रविदास जयंती: मैदागिन से नहीं जंगमबाडी से निकलेगा जुलूस, हाथी-घोड़े नहीं होंगे शामिल




वाराणसी, भदैनी मिरर। संत रविदास जन्म स्थली सिर गोवर्धनपुर में रविदास जयंती की तैयारियां अंतिम चरण में है. संत निरंजन दास के आने के बाद से सिर गोवर्धनपुर मिनी पंजाब बन चुका है. रविदास जयंती की तैयारियों को लेकर सोमवार को जुलूस और शोभायात्रा समितियों के पदाधिकारियों संग अफसरों ने लंका थाने में बैठक की.

अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चिनप्पा ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया कि महाकुंभ के पलट प्रवाह में अत्यधिक भीड़ का दबाव है. इस बार जुलूस मैदागिन से नहीं बल्कि जंगमबाडी से निकलेगी. मैदागिन से मात्र सांकेतिक रुप से प्रतिमा/फोटो के साथ संत रविदास के अनुयायी जंगमबाडी तक आयेंगे.


अफसरों की बैठक और काशी में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आयोजनकर्ताओं ने निर्णय लिया कि इस बार जुलूस शाम 5 बजे से शुरु होकर रात 10 बजे तक हर हाल में समाप्त हो जाएगी.
अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि जुलूस में हाथी,घोड़ा, ऊंट को शामिल नहीं किया जाएगा. रूट में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. इस दौरान डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, एडीसीपी काशी सरवणन टी, एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय, एसीपी भेलूपुर डॉक्टर ईशान सोनी और लंका थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा के अलावा आयोजन समिति से जुड़े लोग शामिल रहे.



