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काशी पहुंचे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, काशी विश्वनाथ के किए दर्शन, दिए कई बड़े बयान

काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजन-अर्चन कर सतुआ बाबा आश्रम पहुंचे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

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Dhirendra Shastri
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नेपाल, बांग्लादेश और सनातन धर्म पर दिए बड़े बयान

“भगवाधारी क्यों नहीं बन सकते राजनेता?” – शास्त्री 

पीएम मोदी और सीएम योगी की नीतियों की जमकर तारीफ 

हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना और मंदिरों के जीर्णोद्धार पर जोर

मणिकर्णिका घाट पर रात्रि व्यतीत करने की परंपरा को दोहराया

वाराणसी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को काशी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इस अवसर पर उनके साथ संतोष दास सतुआ बाबा भी मौजूद रहे। दर्शन के बाद वे सतुआ बाबा आश्रम पहुंचे, जहां भारी संख्या में श्रद्धालु उनकी एक झलक पाने को उत्सुक दिखे।
पत्रकारों से बातचीत में शास्त्री ने नेपाल में अशांति, बांग्लादेश में नरसंहार और सनातन धर्म की स्थिति पर खुलकर अपने विचार रखे।
भगवाधारी और राजनीति
राजनीति में भगवाधारियों की भागीदारी पर उन्होंने कहा –
“भगवाधारी क्यों नहीं बन सकते राजनेता? सीएम योगी इसका उदाहरण हैं और मैं उनका समर्थन करता हूं। जो किसी को बुरा लगे, वे हमारी हवेली पर आकर कहें।”
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मोदी-योगी की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि सनातनी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किए हैं।
उन्होंने कहा – “काशी कॉरिडोर, महाकाल लोक, अयोध्या में रामलला का विराजमान होना और केदारनाथ धाम का विकास इस बात का प्रमाण है कि जब राष्ट्र का राजा सनातनी होता है तो प्रजा भी सनातनी हो जाती है।”
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हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना
हिंदू राष्ट्र के विचार पर शास्त्री ने कहा कि मंदिरों का जीर्णोद्धार, सामाजिक समरसता और हिंदू-मुसलमान के बीच शांति ही असली परिकल्पना है।
उन्होंने कहा – “हम इस देश में लड़ाई नहीं चाहते, हम गाय माता को राष्ट्र माता देखना चाहते हैं और सनातनी संस्कृति की धरोहर को सुरक्षित करना चाहते हैं।”
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काशी से लगाव और परंपरा
काशी यात्रा के दौरान उन्होंने मणिकर्णिका घाट पर रात्रि व्यतीत करने की परंपरा को दोहराया। शास्त्री ने कहा कि 2010 से यह सिलसिला जारी है क्योंकि उनके गुरु का शरीर यहीं पूर्ण हुआ था। उन्होंने गंगा और भगवान विश्वनाथ का पूजन कर काशी कॉरिडोर की सुंदरता की प्रशंसा की और सभी सहयोगियों को साधुवाद दिया।
चमत्कार और परंपरा पर विचार
अपने चमत्कार को लेकर उठे सवालों पर उन्होंने कहा –
“हमने कभी नहीं कहा कि हम उड़ाकर दिखा देंगे। हम सिर्फ भविष्य सुधारने की बात करते हैं। बड़ा चमत्कार तो मनुष्य तन पाना ही है। अगर हमारी बातों से धर्मांतरण रुक रहा है तो यह चमत्कार घर-घर होना चाहिए।”
प्रेमानंद महाराज पर बयान
प्रेमानंद महाराज के मुद्दे पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि उनके प्रति कोई वैमनस्यता नहीं है और वे जल्द ही उनके चरणों में उपस्थित होंगे।
उन्होंने कहा – “सभी संत एक हैं और सभी सनातनी एक हैं। जो लोग अभी मज़ा ले रहे हैं, उन्हें समय पर जवाब मिलेगा।”
इस अवसर पर काशी में शास्त्री के आगमन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
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