
अखंड सौभाग्य कामना के लिए सुहागिनें आज रखीं है करवा चौथ का व्रत, वाराणसी में जान लें चन्द्र दर्शन का सही समय
भोर से निर्जला व्रत रखकर सौभाग्यवती महिलाओं ने शुरु की व्रत, करेंगी मां गौरी और भगवान गणेश की आराधना, शाम को चंद्रदर्शन के बाद करेंगी पारण

Oct 10, 2025, 09:51 IST

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वाराणसी। पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए सौभाग्यवती स्त्रियां आज करवा चौथ का व्रत कर रही हैं। यह व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है, जिसे करक चतुर्थी या संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। शुक्रवार 10 अक्टूबर को महिलाएं पूरे श्रृंगार के साथ दिनभर निर्जला उपवास रखी हुई है और रात में चंद्रोदय के समय चलनी से चंद्रदर्शन कर व्रत का पारण करेंगी।
ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार इस बार चतुर्थी तिथि भोर 3 बजे से प्रारंभ होकर अर्धरात्रि 12:24 बजे तक रहेगी, जिसके बाद पंचमी तिथि प्रारंभ होगी। वाराणसी में चंद्रोदय शाम 7:58 बजे होने का अनुमान है। चंद्रदर्शन के बाद महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देंगी और अपने पति की लंबी उम्र व सुखमय जीवन की कामना करेंगी।



व्रतधारी महिलाएं आज भोर में जल ग्रहण कर व्रत संधान कर चुकी हैं। शाम को वे मां गौरी और भगवान भालचंद्र गणेश की पूजा-अर्चना करेंगी। मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान से व्रत करने पर पति को दीर्घायु और दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
करवा चौथ की पूजा विधि:

महिलाएं मिट्टी या पीतल के करवे में जल भरकर भगवान गणेश और माता गौरी को अर्पित करती हैं। शाम को सोलह श्रृंगार कर चलनी से चंद्रमा और फिर अपने पति का मुख देखकर जल अर्पण करती हैं। इसके बाद ही व्रत का पारण किया जाता है।
धर्माचार्यों के अनुसार, चंद्रोदय के समय चतुर्थी तिथि का होना इस व्रत के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। इस बार शुक्रवार को वही योग बन रहा है, जिससे करवा चौथ विशेष फलदायी माना जा रहा है।


