

माँ कूष्मांडा धाम में अरविन्द अकेला कल्लू व आर्यन बाबू की भक्ति सुरधारा, महारानी हार से सजा माँ का दिव्य स्वरूप
षष्ठ दिवस पर लोकगायकों ने देवी भजनों से भक्तों को भावविभोर किया, महारानी हार और विशेष फूलों से हुआ माँ का दिव्य श्रृंगार

Aug 26, 2025, 00:26 IST

WhatsApp Group
Join Now
वाराणसी, भदैनी मिरर।दुर्गाकुण्ड स्थित माँ कूष्माण्डा दुर्गा मंदिर के प्रांगण में चल रहे वार्षिक श्रृंगार एवं संगीत समारोह के छठे दिन भक्ति और लोकसंगीत का अद्भुत संगम देखने को मिला। सोमवार की रात्रि माँ कूष्माण्डा धाम में भक्तिरस की गंगा बहती रही, जहाँ कलाकारों ने देवी गीत, पचरा और झूला जैसे भजनों से मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया।




कलाकारों की प्रस्तुति से झूमे भक्त
प्रख्यात लोकगायक अरविन्द अकेला कल्लू ने माँ कूष्माण्डा के चरणों में ‘माई मटियो के होखेली’, ‘जहिया माई अंगना में धइली’, ‘निमिया के दाढ़ मईया’ जैसे गीत प्रस्तुत कर भक्तों को भक्ति भाव में डुबो दिया। वहीं बिहार से आए लोकप्रिय गायक आर्यन बाबू ने ‘माई माई के लार’, ‘नजर ना लगे’, ‘ए राजा जी खजनवा दे द’ जैसे गीतों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।




गीतांजलि मौर्य, अर्चना तिवारी, ज्योति गुप्ता, संजीत सागर, सुमन अग्रहरि, आंशिका सिंह सहित कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इसके अलावा रविन्द्र सिंह ज्योति, सरोज वर्मा, प्रियंका सिंह, गोपाल त्रिपाठी और वैष्णवी राय ने भी भक्ति गीतों से कार्यक्रम में चार चाँद लगाए।


महारानी हार से हुआ माँ का दिव्य श्रृंगार
श्रृंगार महोत्सव के छठे दिन माँ कूष्माण्डा का दिव्य श्रृंगार विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। सायंकाल पट बंद होने के उपरांत माँ को पंचामृत स्नान कराया गया। इसके बाद माँ को नीली बनारसी साड़ी और मारवाड़ी चुनरी से सजाया गया।
कोलकाता से मंगाए गए गुलाब, कमल, रजनीगन्धा, कठुआ और मुरली की विशेष मालाओं से माँ का श्रृंगार किया गया। इसके बाद माँ को स्वर्ण महारानी हार, कमल पुष्प स्वर्णाहार और अड़हुल के स्वर्ण पुष्पों से अलंकृत किया गया। श्रृंगार पं. कौशलपति द्विवेदी एवं आरती पं. किशन दुबे द्वारा संपन्न कराया गया।

सम्मान और संयोजन
कार्यक्रम का संयोजन प्रभुनाथ राय दाढ़ी ने किया। कलाकारों का सम्मान महंत राजनाथ दुबे एवं विश्वजीत दुबे ने किया। संचालन सोनू झा ने किया। इस मौके पर पं. संजय दुबे, विकास दुबे, प्रकाश दुबे समेत बड़ी संख्या में महंत परिवार के सदस्य और भक्तगण उपस्थित रहे।

