Hanuman Janmotsav 2025 : संकटमोचन मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब, लाखों भक्तों ने किए दर्शन
-2500 किलो लड्डू का भोग और भव्य पूजन अनुष्ठानों से गूंज उठा मंदिर परिसर



वाराणसी। हनुमान जयंती के पावन अवसर पर शनिवार को संकटमोचन मंदिर में आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। पूरे परिसर में जय बजरंगबली के गगनभेदी जयघो। की गूंज सुनाई देता रहा। लाखों भक्तों ने हनुमान जी के चरणों में शीश नवाकर पूजा-अर्चना की और संकटों से मुक्ति की कामना की।

भव्य पूजन और धार्मिक अनुष्ठान
इस अवसर पर महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया। मंदिर प्रांगण में स्वर्ण प्रताप चतुर्वेदी के आचार्यत्व में रामार्चा पूजन और रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। वहीं राघवेंद्र पांडेय द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया।

रामकृष्ण मिशन और अन्य कीर्तन मंडलियों ने अखंड रामचरित मानस का गायन किया, जबकि हनुमान बैठकी में राजेश दीक्षित द्वारा हनुमान जी का भव्य श्रृंगार किया गया। संकट मोचन कीर्तन मंडलियों ने अखंड सीताराम कीर्तन से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
आकर्षण का केंद्र रहा 2500 किलो लड्डू का भोग

भोर से ही शुरू हुई पवनपुत्र आरती के साथ मंदिर में 2500 किलो लड्डू का भोग अर्पित किया गया, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। साथ ही भक्तों ने हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमानाष्टक और सुंदरकांड का सस्वर पाठ किया।
13 से 15 अप्रैल तक होगा रामायण सम्मेलन
हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में 13 से 15 अप्रैल 2025 तक संकटमोचन मंदिर परिसर में सायं 5 बजे से रात 10 बजे तक सार्वभौम रामायण सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान देशभर के सुप्रसिद्ध मानस वक्ता अपने विचार और कथा वाचन प्रस्तुत करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था रही सख्त, सात राज्यों से पहुंचे श्रद्धालु
हनुमानजयंती के आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत सात राज्यों से भक्तों ने हिस्सा लिया। साथ ही पूर्वांचल के मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, चंदौली और गोरखपुर जैसे जिलों से भी हजारों श्रद्धालु संकटमोचन मंदिर पहुंचे।

