वाराणसी। चाइनीज मांझे (Chinese Manja) के जानलेवा खतरे ने एक और जिंदगी जान छीन ली। हाल ही में युवक विवेक शर्मा की मौत हो गई। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता किशन दीक्षित के नेतृत्व में नागरिकों ने विवेक शर्मा के घर जाकर श्रद्धांजलि दी और चाइनीज मांझे के खिलाफ न्याय मार्च निकाला। इस विरोध प्रदर्शन (Protests) में विवेक के पिता राजेश शर्मा और उनके परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल हुए।
सख्त कार्रवाई की मांग
मार्च के दौरान लोगों ने चाइनीज मांझे पर सख्त प्रतिबंध लगाने के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का प्रशासन की नाकामी पर गुस्सा साफ झलक रहा था। विवेक के पिता राजेश शर्मा ने कहा, “हमारा घर का दीपक तो बुझ गया, लेकिन प्रशासन को यह समझना होगा कि इस जानलेवा मांझे पर प्रतिबंध लगाना कितना जरूरी है।”
उन्होंने प्रशासन से सवाल किया, “आखिर कितनी और जानें जाने के बाद कार्रवाई होगी? यह मांझा सिर्फ हमारे परिवार को नहीं, बल्कि कई अन्य घरों को अंधेरे में धकेल सकता है। जब तक इस पर रोक नहीं लगती, हमारा विरोध जारी रहेगा।”
प्रशासन पर गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी के नेता किशन दीक्षित ने प्रशासन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “शासन और प्रशासन की नाकामी ने बनारस की सड़कों को मौत के जाल में बदल दिया है। चाइनीज मांझा खुलेआम बिक रहा है, और यह प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है।”
उन्होंने आगे कहा कि धर्म की राजनीति करने वाले इस घटना पर चुप हैं। न तो उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न ही घटना पर कोई प्रतिक्रिया दी। यह सत्ता में बैठे लोगों की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
आमजन में बढ़ता आक्रोश
जनता की मांग है कि चाइनीज मांझे की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए और इस खतरनाक धागे की सप्लाई चेन को जड़ से खत्म किया जाए। विवेक की मौत से उपजा यह जनाक्रोश प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि अब कार्रवाई में और देरी जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।