वाराणसी, भदैनी मिरर। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने गृहकर वसूली खराब होने के कारण कड़ी कार्यवाही करते हुए नगर निगम के सात जोनल अधिकारियों समेत सभी कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक सहित कुल 22 लोगों का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिये रोक दिया है. इसके साथ ही तीन राजस्व निरीक्षकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है.
नगर आयुक्त ने 28 नवंबर को गृहकर की समीक्षा बैठक की थी. समीक्षा बैठक में पाया गया कि सभी जोनल अधिकारियों के द्वारा गृहकर वसूली के लिए उदासीन है तथा उनके द्वारा कोई कार्ययोजना नही बनायी गयी है, और न ही उनके द्वारा नियमित समीक्षा की जाती है. समीक्षा में पाया गया कि माह नवम्बर तक कुल लक्ष्य का 60 प्रतिशत गृहकर वसूली होनी चाहिये, परन्तु लक्ष्य से काफी कम है.
नगर आयुक्त के द्वारा बार-बार गृहकर वसूली बढ़ाये जाने हेतु निर्देशित किया जाता रहा है, परन्तु कोई सुधार न होते देख क्रमशः जोनल अधिकारी वरूणापार जितेन्द्र कुमार आनंद, आदमपुर जोनल अधिकारी कृष्ण चन्द्र, सारनाथ जोनल अधिकारी अनुपम त्रिपाठी, ऋषि माण्डवी जोनल अधिकारी शिखा मौर्य, भेलूपुर जोनल अधिकारी कृष्ण चन्द्र तथा दशाश्वमेध व कोतवाली के जोनल अधिकारी जितेन्द्र कुमार आनंद तथा कर अधीक्षक विनय सागर, चन्द्रशेखर, दिलशाद, जयकुमार, तथा मुन्ना लाल राम सहित कुल 22 लोगों का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिये रोक दिया गया है, साथ ही आदमपुर जोन में कार्यरत राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार, नायब मोहर्रिर सुभाष तिवारी तथा दशाश्वमेध जोन के राजस्व निरीक्षक सुशील कुमार को अत्यन्त खराब वसूली करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के द्वारा सभी को चेतावनी दी गयी है कि यदि उनके कार्य में सुधार नही होता है तो निलम्बन एवं बर्खास्तगी की कार्यवाही की जायेगी.