वाराणसी। प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ ब्रिगेडियर संजय कुमार मिश्रा को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रतिष्ठित परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
वर्तमान में सशस्त्र बलों के प्रतिष्ठित रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल के नेत्र विभाग के प्रमुख के रूप में कार्यरत डॉ. मिश्रा ने अपने शानदार करियर में दो भारतीय राष्ट्रपतियों का ऑपरेशन करने का गौरव प्राप्त किया है।
डॉ. मिश्रा सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (AFMC), पुणे और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली के आरपी सेंटर के पूर्व छात्र हैं। वह एक प्रमुख मोतियाबिंद, रिफ्रैक्टिव और रेटिना सर्जन के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने सशस्त्र बलों में पहली बार उन्नत न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी (माइक्रो सर्जरी) के माध्यम से ग्लूकोमा का इलाज शुरू किया।
आजमगढ़ में जन्मे डॉ. संजय मिश्रा ने अपनी स्कूली शिक्षा प्रयागराज से पूरी की। डॉ. मिश्रा अब तक एक लाख से अधिक लोगो की आंख की सर्जरी कर चुके हैं।
नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. मिश्रा के असाधारण योगदान के लिए उन्हें पहले भी राष्ट्रपति पदक से पांच बार सम्मानित किया जा चुका है।