
"हम तो पीएम बनाना चाहते थे, नीतीश सीएम ही रह गए": अखिलेश यादव का बड़ा बयान, बिहार में लालू को देंगे समर्थन
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का नीतीश कुमार पर तंज, बोले- भाजपा अब उन्हें कहीं का नहीं छोड़ेगी; मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर से लेकर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस तक पर साधा निशाना




लखनऊ, भदैनी मिरर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई राजनीतिक मुद्दों पर बड़ा बयान दिया। बिहार की राजनीति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “हम लोग तो नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाना चाहते थे, लेकिन वो मुख्यमंत्री ही बनकर रह गए। अब भाजपा उन्हें कहीं का नहीं छोड़ेगी।”


उन्होंने ऐलान किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सपा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का समर्थन करेगी और भाजपा को हराने में मदद करेगी।
नीतीश पर तंज, लालू को समर्थन
अखिलेश यादव के इस बयान ने महागठबंधन में नए समीकरणों की ओर इशारा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की वर्तमान स्थिति दिखाती है कि भाजपा के साथ जाने का उन्हें नुकसान हो रहा है। वहीं लालू यादव की पार्टी को समर्थन देने की बात कर अखिलेश ने साफ कर दिया कि सपा बिहार में भाजपा के खिलाफ खुलकर खेलेगी।


मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर पर तीखा हमला
अखिलेश यादव ने मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर पर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि "मथुरा-वृंदावन को लेकर जनता सरकार को कभी माफ नहीं करेगी। छोटे व्यापारियों को उजाड़ा जा रहा है और बड़े कारोबारियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। भाजपा आस्था को व्यापार बना रही है और जमीनों पर कब्जा कर रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के मुआवजा घोटाले की जांच सपा सरकार बनने पर जरूर की जाएगी।

कांवड़ियों के लिए कॉरिडोर का वादा
कांवड़ यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ दिखावा करती है। उन्होंने कहा "सपा सरकार बनने पर कांवड़ियों के लिए कॉरिडोर बनाए जाएंगे और दुकानदारों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।"
उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस को घटिया निर्माण करार देते हुए कहा कि सपा सत्ता में आने पर कानपुर मेट्रो को उन्नाव तक और लखनऊ मेट्रो को बाराबंकी तक विस्तार देगी।
आम महोत्सव की अव्यवस्था पर सवाल
उन्होंने हाल ही में आयोजित आम महोत्सव में भगदड़ की घटना को लेकर सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "अगर पैकेट बनाकर आम बांटे गए होते, तो भगदड़ नहीं होती। यह आयोजन प्रबंधन की विफलता है।"


