लोकसभा में गरमाया 'वोट चोरी' विवाद: अमित शाह ने नेहरू–इंदिरा–सोनिया के तीन उदाहरण गिनाए, राहुल गांधी ने दी खुली चुनौती
चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान लोकसभा में जोरदार हंगामा, राहुल गांधी ने कहा– ‘यह डरा हुआ जवाब’, अमित शाह बोले– ‘संसद का क्रम मैं तय करूंगा’
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान लोकसभा का माहौल बेहद गर्म हो गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत में ही ‘वोट चोरी’ के तीन ऐतिहासिक उदाहरण गिनाए, जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा होता रहा। वहीं विपक्ष के नेता राहुल गांधी बीच में खड़े होकर लगातार जवाब मांगते रहे और अमित शाह को खुली चुनौती दी।



राहुल गांधी का चुनौती भरा तेवर
चर्चा शुरू होते ही राहुल गांधी अपनी सीट से उठकर बोले-“मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप मेरी वोट चोरी वाली तीनों प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब दें।”
इस पर अमित शाह ने पलटकर कहा-“मैं 30 साल से विधानसभा और लोकसभा से चुनकर आ रहा हूं। मेरे भाषण का क्रम नेता प्रतिपक्ष तय नहीं करेंगे। संसद उनके हिसाब से नहीं चलेगी।”

शाह ने आगे कहा कि राहुल गांधी को धैर्य रखना चाहिए, सभी सवालों के जवाब मिलेंगे, लेकिन क्रम वही तय करेंगे।
राहुल गांधी बोले-“यह डरा हुआ, घबराया हुआ रिस्पॉन्स है… सच्चा जवाब नहीं।”
अमित शाह ने गिनाए ‘वोट चोरी’ के तीन उदाहरण
गृह मंत्री ने कहा कि देश में ‘वोट चोरी’ तीन प्रकार की होती है—

- योग्यता न होने पर वोटर बन जाना
- अनैतिक तरीके से चुनाव जीतना
- वोट के विपरीत पद प्राप्त करना
इसके बाद उन्होंने तीन उदाहरण गिनाए—
1. पहला वोट चोरी — नेहरू बनाम पटेल का मुद्दा
अमित शाह ने कहा—“देश के पहले प्रधानमंत्री का चुनाव कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्षों ने किया था। 28 वोट सरदार पटेल को मिले और सिर्फ 2 वोट जवाहरलाल नेहरू को। फिर भी प्रधानमंत्री नेहरू बने। यही देश की पहली वोट चोरी थी।”
यह सुनते ही कांग्रेस सांसदों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया।
2. दूसरी वोट चोरी — इंदिरा गांधी का रायबरेली चुनाव
अमित शाह ने कहा-“इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला दिया था कि इंदिरा गांधी ने रायबरेली चुनाव उचित तरीके से नहीं जीता। यह भी वोट चोरी थी। फिर खुद को बचाने के लिए संसद में कानून लाकर प्रधानमंत्री को केस से इम्यूनिटी दी गई।”
3. तीसरी वोट चोरी -मतदाता बनने की योग्यता से जुड़ा मामला (सोनिया गांधी)
अमित शाह ने दावा किया-“दिल्ली की एक अदालत में मामला दायर है कि सोनिया गांधी, भारतीय नागरिक बनने से पहले मतदाता बन गई थीं। इसका जवाब उन्हें कोर्ट में देना है।”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तुरंत कहा-“सोनिया गांधी ने उस चुनाव में वोट तक नहीं दिया था। भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं। इसे सिद्ध करके दिखाइए।”
विपक्ष पर चुनाव आयोग को निशाना बनाने का आरोप
अमित शाह ने कहा-“हमने विपक्ष में रहते हुए भी कभी चुनाव आयोग पर आरोप नहीं लगाया। अब ममता बनर्जी, स्टालिन, राहुल गांधी, खड़गे, तेजस्वी, अखिलेश, हेमंत सोरेन समेत पूरा इंडी अलायंस आयोग पर सवाल उठा रहा है। अगर मतदाता सूची गलत है तो आपने शपथ क्यों ली?”
सदन में भारी हंगामा, बार-बार रोका गया भाषण
अमित शाह बार-बार कहते रहे-“मैं उकसावे में नहीं आऊंगा। मेरे भाषण का क्रम मैं तय करूंगा।”
लेकिन विपक्षी सदस्यों के शोर से कई बार जवाब बाधित हुआ।
शाह का पुरज़ोर दावा
गृह मंत्री बोले-“बीजेपी और एनडीए चर्चा से भागते नहीं। सभी मुद्दों पर बात के लिए तैयार हैं। निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है। संविधान ने आयोग को पूरी ताकत दी है।”
