

पहलगाम का खून सूखा भी नहीं… भारत-पाक मैच पर संजय राउत का PM मोदी को पत्र, उठाए 5 सवाल
एशिया कप में भारत-पाक मुकाबले पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत का विरोध, कहा- शहीदों के बलिदान का अपमान है यह मैच


नई दिल्ली। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले को लेकर सियासत गरमा गई है। शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मैच पर कड़ा ऐतराज जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
राउत ने कहा कि पहलगाम हमले में शहीद हुए भारतीयों का खून अभी सूखा भी नहीं है, परिजनों के आंसू थमे नहीं हैं, और ऐसे समय में पाकिस्तान से क्रिकेट खेलना बेहद अमानवीय कदम है।



राउत ने उठाए 5 बड़े सवाल
संजय राउत ने पीएम को लिखे पत्र में कहा— सरकार कहती है कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय रिश्ते नहीं होंगे, तो फिर बहुपक्षीय टूर्नामेंट में मैच की इजाजत क्यों? आगे लिखा कि जब आपने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है”, तो फिर पाकिस्तान से क्रिकेट कैसे हो सकता है? पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला कर 26 महिलाओं का सिंदूर छीन लिया, क्या सरकार ने उनके दर्द को समझा है? आपने कहा था कि “खून और पानी साथ नहीं बह सकते”, तो क्या “क्रिकेट और खून” साथ चल सकते हैं? अगला प्रधान था कि भारत-पाक मैचों में बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी और जुआ होता है, जिसमें बीजेपी नेताओं की संलिप्तता रहती है। क्या इस वजह से मैचों से पार्टी को लाभ मिलता है?


“शहीदों का अपमान है भारत-पाक मैच”
राउत ने कहा कि पाकिस्तान से मैच खेलना सिर्फ सैनिकों का ही नहीं, बल्कि कश्मीर के लिए जान देने वाले हर शहीद का भी अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुत्व और देशभक्ति के ऊपर क्रिकेट को तरजीह दी जा रही है।
राउत ने कहा- “अगर यह मैच महाराष्ट्र में होता, तो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना इसे होने नहीं देती। दुबई में होने वाले मैच से सरकार ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। देशवासियों की भावनाओं की इस फैसले में कोई कीमत नहीं रखी गई।”

एशिया कप में तीन भिड़ंत संभव
बता दें कि एशिया कप 9 सितंबर से शुरू हो रहा है। भारतीय टीम का ऐलान भी हो चुका है। इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच तीन बार भिड़ंत संभव है। पहला मुकाबला 14 सितंबर को दुबई में होगा।

