
रामस्वरूप विवि लाठीचार्ज विवाद: ABVP के समर्थन में उतरी सपा छात्र सभा, लखनऊ में पुलिस से भिड़ंत
लखनऊ में राजभवन के बाहर समाजवादी छात्र सभा ने किया जोरदार प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प; NSUI और कांग्रेस नेताओं ने भी घायलों का हाल जानकर कार्रवाई की मांग की


लखनऊ। यूपी में बाराबंकी स्थित रामस्वरूप विश्वविद्यालय में ABVP छात्रों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। इस मामले में अब समाजवादी पार्टी की छात्र सभा भी ABVP के समर्थन में मैदान में उतर आई है।
लखनऊ में राजभवन के सामने मंगलवार को समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों छात्र राजभवन के पास पहुंचे और पुलिस से उनकी झड़प हो गई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन छात्र वहीं सड़क पर लेट गए। अंततः पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया।



इससे पहले ABVP कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार, विधानभवन और कैसरबाग में विरोध प्रदर्शन कर पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि रामस्वरूप विश्वविद्यालय में डिग्री की मान्यता का मुद्दा उठाने पर उन पर गुंडों के साथ मिलकर पुलिस ने जानलेवा हमला किया।

एनएसयूआई और कांग्रेस का समर्थन
ABVP छात्रों को विपक्षी छात्र संगठन NSUI का भी साथ मिला। एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष आर्यन मिश्रा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और कहा कि राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन छात्रहित में सभी एकजुट हैं।
कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और घायल छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस कार्रवाई को “निरंकुशता और लोकतंत्र पर हमला” बताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

सपा का रुख
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने भी घायलों का हाल जाना और छात्रों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा छात्रों की आवाज़ बनेगी और इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
विवाद की जड़
छात्रों का आरोप है कि रामस्वरूप विवि में लॉ डिग्री की मान्यता नहीं है और लंबे समय से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 2022 में जब बार काउंसिल ऑफ इंडिया से संबद्धता की जानकारी मांगी गई तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। छात्रों का कहना है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।

