यूपी के इस विधानसभा सीट से सबसे ज्यादा कटे वोट, सीएम योगी ने SIR डेटा के साथ दी चेतावनी
एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में सीएम योगी ने 25 सीटों का डेटा सामने रखा, साहिबाबाद में 42% और प्रयागराज उत्तर में 40.9% वोट सूची से बाहर - विधायकों और कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने के निर्देश
यूपी, डेस्क। उत्तर प्रदेश की विधानसभा सीटों पर मतदाता सूची संशोधन (SIR) का मुद्दा लगातार चर्चा में है। रविवार शाम लोकभवन में आयोजित एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की 25-25 विधानसभा सीटों का डेटा पेश किया, जहां सबसे अधिक और सबसे कम वोट कटे हैं। सीएम योगी ने इन आंकड़ों को बेहद गंभीर बताते हुए चेतावनी दी कि यदि वोटर सूची सुधार पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले चुनावों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।



सबसे अधिक वोट कटने वाली सीटों की सूची में गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट शीर्ष पर है, जहां 42% वोट अभी सूची में शामिल नहीं हैं। दूसरे स्थान पर प्रयागराज की उत्तर विधानसभा सीट है, जहां 40.9% वोट अभी मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये स्थिति चिंताजनक है और इस पर तुरंत काम करने की जरूरत है।

सीएम योगी ने यह भी बताया कि लखनऊ की उत्तर और पूर्वी सीटें, कानपुर, आगरा, बरेली, मेरठ और मथुरा जैसे शहर भी इस सूची में हैं, जहां 30% से अधिक वोट अभी तक सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं। सीएम ने कहा कि वर्ष 2025 की वोटर लिस्ट के आधार पर ढाई से तीन करोड़ वोटर कम हैं, और इनमें से अधिकांश असली वोटर हैं, जिन्हें सूची में दर्ज होना चाहिए।

“SIR का काम कर लोगे तो चुनाव दो-तिहाई जीत लोगे” — CM योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं और विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि SIR (Special Summary Revision) पर तेजी से काम करना बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन सीटों पर वोटर लिस्ट में सुधार नहीं होगा, उन सीटों के विधायकों की टिकट पर संकट आ सकता है।
सीएम ने कहा कि भाजपा के हर नेता और कार्यकर्ता के लिए इस समय SIR से बड़ा कोई कार्य नहीं है — दावतें, आयोजन और निजी कार्यक्रम बाद में, वोटर जोड़ना पहले। उन्होंने फर्जी वोटरों को सूची से निकालने और नए वोटरों के नाम जोड़ने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने फॉर्म-7 का इस्तेमाल कर संदिग्ध वोटरों पर आपत्ति दर्ज कराने पर भी जोर दिया।
कम वोट कटने वाली सीटें भी चिंता का विषय
सीएम योगी ने उन 25 विधानसभा सीटों का डेटा भी साझा किया, जहां केवल 13-14% वोट ही सूची से हटाए गए हैं। इनमें अमरोहा, देवबंद, शिकारपुर, जसराना, मथुरा-वृंदावन, एटा की मारहरा, आंवला, फूलपुर और कानपुर की सिकंदरा विधानसभा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जहां कम वोट कटे हैं, वहां भी बूथ स्तर पर उदासीनता है, जिस पर फौरन काम करने की जरूरत है।
बैठक में शामिल रहे ये बड़े नेता
बैठक में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर, निषाद पार्टी प्रमुख डॉ. संजय निषाद और अपना दल (एस) के आशीष पटेल मौजूद रहे।
राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने कहा कि अभी किए गए प्रयास अगले 20 साल काम आएंगे — क्योंकि आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव इसी मतदाता सूची से होंगे।
प्रदेश में ये विधानसभा सीटें हैं सबसे ज्यादा प्रभावित (32% से अधिक वोट कटे)
- साहिबाबाद, गाजियाबाद – 42%
- प्रयागराज उत्तर – 40.9%
- लखनऊ उत्तर – 39%
- लखनऊ कैंट – 37%
- आगरा कैंट – 35%
- आगरा दक्षिण – 33%
- मथुरा-वृंदावन – 34%
- मेरठ शहर – 34%
- कानपुर कैंट – 34%
- कल्याणपुर – 34%
सीएम योगी ने कहा कि यदि प्रत्येक कार्यकर्ता आने वाले दिनों में तीन प्रतिशत वोट भी जोड़ देता है, तो चुनावी नतीजों में बड़ा बदलाव आ सकता है।
