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सपा की MLA रागिनी सोनकर पर भड़कीं निष्कासित विधायक पूजा पाल, बोलीं- पिता की विरासत से बने नेता संघर्ष का मूल्य नहीं समझते

रागिनी सोनकर ने पूछा- कौन हैं पूजा पाल?, सोशल मीडिया पर पूजा पाल का जवाब- PDA की पीड़ित महिला हूं जिसने माफिया के खिलाफ लड़ी लड़ाई
 

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Ragini Sonkar aur puja pal
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समाजवादी पार्टी से निष्कासित चायल विधायक पूजा पाल ने किया पलटवार

पति के हत्यारे अतीक अहमद के खिलाफ सीएम योगी की कार्रवाई की तारीफ के बाद हुई थी निष्कासित

रागिनी सोनकर बोलीं- पार्टी से धोखा किया, भरोसे का मान नहीं रखा

लखनऊ,भदैनी मिरर। समाजवादी पार्टी से निष्कासित चायल की विधायक पूजा पाल और सपा की मछलीशहर विधायक रागिनी सोनकर के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। हाल ही में रागिनी सोनकर ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि “कौन हैं पूजा पाल? पूजा पाल किस पार्टी में हैं, मुझे जानकारी नहीं।”
इस बयान पर अब पूजा पाल ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए रागिनी सोनकर को करारा जवाब दिया है।

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"पिता की विरासत से बने लोग संघर्ष नहीं समझते"

पूजा पाल ने एक्स (Twitter) पर लिखा कि “किसी ने पूछा है पूजा पाल कौन? पिता की विरासत से विधायक बनने वाले को जवाब देने का मतलब नहीं। जब मैं न्याय के लिए कोर्ट-कचहरी में दौड़ रही थी, तब वे लोग अपने पिता की एंबेसेडर कार से बड़े कॉलेज जा रहे थे। उन्हें संघर्षों का मूल्य क्या ही पता होगा।”
उन्होंने आगे लिखा कि “फिर भी बता दूं कि मैं उस PDA की पीड़ित महिला हूं जिसने अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, जब कुछ लोग उसी माफिया के घर चाय-पानी कर रहे थे।”

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रागिनी सोनकर का आरोप- पार्टी से धोखा

रागिनी सोनकर ने आरोप लगाया कि पूजा पाल ने पार्टी को धोखा दिया। उन्होंने कहा कि “वो सपा के भरोसे चुनाव जीती थीं। पार्टी ने उन पर विश्वास जताया था, लेकिन उन्होंने भरोसा तोड़ा।”
रागिनी ने यह भी कहा कि “गलत वोटिंग करने पर भी ऐक्शन नहीं हुआ, लेकिन सीएम योगी की तारीफ के बाद कार्रवाई हुई। पार्टी अपनी प्रक्रिया से काम करती है।”

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सीएम योगी की तारीफ पर हुआ था निष्कासन

बता दें कि हाल ही में यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में पूजा पाल ने यूपी विज़न डॉक्यूमेंट पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि “मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाने का काम मुख्यमंत्री योगी ने किया।” उनके इस बयान के कुछ घंटों बाद ही समाजवादी पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया।
पूजा पाल और रागिनी सोनकर के बीच यह विवाद अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। जनता का एक वर्ग पूजा पाल को समर्थन दे रहा है तो दूसरा वर्ग इसे सपा अनुशासन के खिलाफ कदम मान रहा है।

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