जेल से रिहाई के 44 दिन बाद लखनऊ पहुंचे आजम खां, अखिलेश यादव से मुलाकात में कही दिल छू लेने वाली बातें
सपा नेता आजम खां ने लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात कर साझा की जेल के दिनों की पीड़ा, बोले— “इतनी नाइंसाफी के बाद भी हिम्मत नहीं हारी”

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खां ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात आज़म खां की जेल से रिहाई के 44 दिन बाद हुई, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद यह दूसरी बार था जब अखिलेश यादव और आजम खां आमने-सामने बैठे। पहली मुलाकात रामपुर में हुई थी, लेकिन उस समय दोनों नेताओं ने बातचीत को गोपनीय रखा था।




“इतनी नाइंसाफी के बाद भी हिम्मत नहीं टूटी”
मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए आजम खां ने कहा - “आज की हमारी मुलाकात का मकसद ये साबित करना था कि इतनी ऐतिहासिक नाइंसाफी के बाद भी कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी बर्दाश्त करने की क्षमता किसी पत्थर और पहाड़ से कहीं ज्यादा है।”
उन्होंने आगे कहा कि वे अपने और अपने परिवार पर हुए अन्याय की दास्तान लेकर आए थे। “हमारे कई साथी अभी भी जेल में हैं। हम जब भी मिलते हैं तो उन दर्द भरे लम्हों को याद करते हैं जिन्हें आने वाली पीढ़ियां कभी नहीं भूलेंगी।”


“मीडिया में मेरी छवि अब बदल रही है”
आज़म खां ने कहा कि उनके साथ जो हुआ, उसने मीडिया की बनाई हुई छवि को भी बदल दिया है। उन्होंने कहा- “अब शायद आप लोग मुझे समझ पा रहे हैं”।
अखिलेश यादव ने साझा की तस्वीर
इस मुलाकात के कुछ घंटे बाद अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर दोनों की तस्वीर साझा की और लिखा - “न जाने कितनी यादें संग ले आए... जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेलमिलाप है, यही हमारी साझा विरासत है।”

न जाने कितनी यादें संग ले आए
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 7, 2025
जब वो आज हमारे घर पर आए!
ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है। pic.twitter.com/hPr56uCLFB
पार्टी में मेलमिलाप का संदेश
इस मुलाकात को समाजवादी पार्टी के भीतर पुराने नेताओं और नई पीढ़ी के बीच रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को आजम खां ने सपा के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की थी और पार्टी की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की थी।


