वाराणसी, भदैनी मिरर। IIT-BHU की छात्रा से गैंगरेप की घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दे रहे 13 छात्रों के निलंबित करने के मामले में एनएसयूआई से जुड़े दर्जनों छात्र ज्ञापन देने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पहुंचे. पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया. इस मामले में पुलिस ने ज्ञापन भी नहीं लिया. पुलिस के आश्वासन के बाद वह वापस लौट गए.
एनएसयूआई पूर्वी के प्रदेशाध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय के नेतृत्व में पहुंचे छात्रों ने आरोप लगाया कि जो लोग बीजेपी को लोगों का विरोध करते हैं उन पर मुकदमे लगा कर विश्वविद्यालय से निलंबित कर रहा है. कहा कि आईआईटी-बीएचयू की छात्रा के साथ दुष्कर्म करने वाले बीजेपी-आईटी के लोग शामिल रहे, जिसका विरोध करने पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने निलंबित कर दिया. आरोप लगाया कि हम शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देने प्रधानमंत्री कार्यालय पर आ रहे थे लेकिन सरकार के दबाव में पुलिस ने रोक लिया.
ऋषभ पांडेय ने कहा कि हमारा ज्ञापन पुलिस ने भी नहीं
लिया, जिसका विरोध करते हुए हम सभी ने ज्ञापन फाड़ते हुए बड़े आंदोलन का एलान किया है. जल्द ही हम बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. ज्ञापन सौंपने जाने वालों में आयुष यादव, संदीप पाल, गौतम शर्मा, गौरव पटेल, आशुतोष पाण्डेय, निखिल मिश्रा, शिवम सेठ, प्रदीप पाल, सुजीत मौर्य, अनुराग पाठक, रविकांत शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।