वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी कोतवाल बाबा काल भैरव के गर्भगृह में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ममता राय द्वारा केक काटने के बाद उपजे विवाद के बाद आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग पर कोतवाली पुलिस ने जांच आख्या भेजी है. थाना कोतवाली ने इस प्रकरण में किसी भी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं बताई है.
बाबा काल भैरव को भोग में केक चढ़ता है: महंत
इंस्पेक्टर कोतवाली की जांच आख्या के अनुसार काल भैरव मंदिर के महंत मोहित योगेश्वर ने पूछताछ पर बताया कि 23 नवंबर को बाबा काल भैरव का जन्मदिन अर्थात भैरव अष्टमी थी. महिला भक्त 23 नवंबर को नहीं आ पाई थी तो उन्होंने 26 नवंबर को बाबा को जन्मदिन का केक चढ़ाया. बाबा मोहित ने कहा कि बाबा को भोग में केक, प्रसाद, फल, मीठा आदि सभी चढ़ता है. बाबा ने कहा कि वीडियो वायरल होने से मंदिर प्रशासन का कोई लेना-देना नहीं है. महंत मोहित के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस ने मामले को समाप्त कर दिया. यह जानकारी आजाद अधिकार सेना की प्रवक्ता डॉ नूतन ठाकुर ने दी है.
अपने जन्मदिन पर पहुंची थी महिला
सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ममता राय अपने जन्मदिन के अवसर पर बाबा काल भैरव मंदिर पहुंची थी. उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से गर्भगृह में केक काटने का वीडियो पोस्ट किया था. इस वीडियो पर जब काशीवासियों की नजर पड़ी तो विरोध शुरू हुआ. काशी के विद्वतजन ने इस मामले में अपना विरोध दर्ज करवाया था.
केक काटने पर लगी रोक
केक का विवाद बढ़ता देख मंदिर के महंत परिवार ने एकमत होकर मंदिर में केक काटने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया. यह जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में 1 दिसंबर को मंदिर के महंत परिवार ने दी. उन्होंने बताया कि अब किसी अनुष्ठान, आयोजन या व्यक्तिगत रूप से किसी को भी केक काटने की इजाजत नहीं दी जाएगी. भैरवाष्टमी जैसे अवसर पर भी अब केवल हलवा और लड्डू ही चढ़ाया जाएगा. महंत मोहित योगेश्वर, सुमित उपाध्याय और व्यवस्थापक नवीन गिरी ने इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मंदिर के गर्भगृह में केक काटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. कहा कि केक काटने वाली महिला ने उनको धोखे में रखकर यह काम किया है.