
RBI MPC Meeting: रिज़र्व बैंक ने बढ़ाई GDP ग्रोथ का अनुमान, घटाई महंगाई दर – जानिए गवर्नर मल्होत्रा ने क्या कहा
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.8% किया गया, रेपो दर 5.5% पर अपरिवर्तित, फरवरी से अब तक 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती



मुद्रास्फीति (Inflation) पर RBI का अनुमान 2.6%, पहले था 3.1%
खाद्य कीमतों में गिरावट और GST सुधार से राहत – गवर्नर मल्होत्रा
भू-राजनीतिक तनाव से महंगाई पर खतरा बरकरार
नई दिल्ली। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बुधवार को हुई बैठक में अर्थव्यवस्था और महंगाई को लेकर अहम फैसले लिए गए। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए RBI ने GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में तिमाही-दर-तिमाही GDP ग्रोथ क्रमशः पहली तिमाही 7.8%, दूसरी तिमाही 7%, तीसरी तिमाही 6.4% और चौथी तिमाही 6.2% रहने का अनुमान है।


रेपो दर में कोई बदलाव नहीं
केंद्रीय बैंक ने मौजूदा रेपो रेट 5.5% पर यथावत रखा। फरवरी 2025 से अब तक इसमें 100 आधार अंकों की कटौती की जा चुकी है। RBI ने वित्त वर्ष 2026 के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI Inflation) का अनुमान 3.1% से घटाकर 2.6% कर दिया। अगस्त में कोर मुद्रास्फीति लगभग 4.2% पर बनी रही।

गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि GST दरों में कमी, खाद्य कीमतों में गिरावट और बेहतर आपूर्ति व्यवस्था के चलते मुद्रास्फीति नियंत्रण में है।
* दूसरी और तीसरी तिमाही में महंगाई दर 1.8% रहने का अनुमान है।
* चौथी तिमाही में यह 4% और वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही में **4.5%** हो सकती है।

भू-राजनीतिक तनाव से जोखिम
आरबीआई गवर्नर ने आगाह किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और टैरिफ-सम्बंधित व्यवधान महंगाई पर दबाव बना सकते हैं। भारत की खुदरा महंगाई जुलाई 2025 में 1.55% (8 साल का निचला स्तर) से बढ़कर अगस्त 2025 में 2.07% रही। यह अभी भी RBI की 2-4% की सहनशीलता सीमा के भीतर है।

