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राजा रघुवंशी हत्याकांड : चौथी प्लानिंग में हत्यारे दे पाये घटना को अंजाम, 14 दिन इंदौर में ही रही हत्यारिन

सुपारी किलिंग नही, सिर्फ 59 हजार खर्च के लिए लेकर दोस्ती में तीनों ने किया था कत्ल, बुर्का पहनकर भागी थी सोनम

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हत्या के समय सोनम साथ थी, लाश खाई में धकेलने में साथ दिया, फिर हत्यारों संग स्कूटी से लौटी भी

जब पड़ने लगे पुलिस के छापे तो घबराकर गाजीपुर पहुंची और कर दिय आत्मसमर्पण

इंदौर। इंदौर (मध्य प्रदेश) के राजा रघुवंशी हत्याकांड में हत्यारोपितों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। मेघालय के शिलांग में हुई राजा की हत्या से पहले तीन बार हत्या की तैयारियां हुईं लेकिन सफलता नही मिली। अब चौथे प्रयास में राजा की हत्या हुई। खास बात यह कि इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड उसकी पत्नी सोनम और प्रेमी राज कुशवाहा की साजिश की किसी को भनक तक नही लग सकी। चौथे प्रयास में कातिलों ने पूरी प्लानिंग के तहत राजा की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के लिए शव को गहरी खाई में फेंक दिया। हत्या की सारी प्लानिंग सोनम बना रही थी और उसकी योजना यह थी कि हत्या के बाद शव इस तरह से ठिकाना लगाया जाय कि उसका पता भी न चल सके। ताकि वह निर्दोष बनकर बची भी रहे और प्रेमी से दूसरी शादी कर आराम की जिंदगी जी सके।

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उधर, पिछले दिन तक बहन सोनम के बारे में उसके भाई गोविंद ने भी कह दिया कि यदि वह दोषी हो तो उसे फांसी मिले। सोनम शुरू से घमंडी और क्रोध करने वाली थी। इस बहुचर्चित हत्याकांड में एक और महत्वपूर्ण जानकारी यह मिली कि हत्यारे सुपारी किलर नही थे। तीनों हत्यारों को महज 59 हजार रूपये खर्चा-पानी के लिए दिये गये थे। बाकी सब दोस्ती के नाम समर्पित था। शिलांग में राजा रघुवंशी हत्याकांड में पत्नी सोनम सहित 5 लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद परत दर परत खुलते जा रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि चौथे प्रयास में वह राजा को मौत के घाट उतारने में सफल हो पाये थे। 

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पहले गुवाहाटी में बनी थी हत्या की प्लानिंग

पुलिस ने बताया कि सोनम रघुवंशी सहित बाकी आरोपितों ने पहले तीन स्थानों पर राजा को मारने की कोशिश की। लेकिन किसी न किसी कारणवश वह घटना को अंजाम नहीं दे पाये। पुलिस अधीक्षक विवेक सियेम ने एक प्रेस ब्रीफिंग में मीडिया को यह जानकारी दी। बताया कि राजा की हत्या का पहला प्रयास गुवाहाटी में किया गया लेकिन सफलता नही मिली। इसके बाद शिलॉन्ग और ईस्ट खासी हिल्स के माव्लाखियात गांव के पास भी दो बार कोशिश हुई, लेकिन फिर नाकामी हाथ लगी। आखिरकार 23 मई को दोपहर 2 बजे से 2.18 बजे पत्नी सोनम सहित आरोपियों ने वेई सावडोंग झरने के पास राजा को मार डाला। पुलिस ने बताया कि शादी के बाद सोनम और राजा रघुवंशी जब कामाख्या माता के दर्शन के लिए गुवाहाटी पहुंचे। इससे पहले हत्यारे 19 मई को गुवाहाटी पहुंच गये थे। उन्होंने गुवाहाटी में ही राजा को मारने की योजना बनायी, लेकिन सोनम ने शिलॉन्ग और सोहरा जाने की योजना बना ली। इसके कारण यह योजना रद करनी पड़ी। पुलिस ने बताया कि 23 मई को महज 18 मिनट (दोपहर 2 से 2.18 बजे) तक के समय में राजा की हत्या कर उसकी लाश खाई में फेंक दी थी। हत्या के बाद सोनम 26 मई से 8 जून यानी 14 दिन तक इंदौर में छिपी रही। हत्यारों को सुपारी नहीं दी गई थी, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपियों ने हत्या में साथ दिया। 

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज कुशवाहा और सोनम ने दो साजिशें रची थीं। पहली साजिश में सोनम को गायब हो जाना था। जिससे लोगों को लगे कि वह नदी में बह गई। दूसरी में किसी और की हत्या कर उसकी लाश को सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी। ताकि लगे कि सोनम मारी गई। पारिवारिक दबाव में सोनम की 11 मई को राजा से शादी हो गई। शादी से 11 दिन पहले राज ने हत्या की साजिश रच डाली। पहले से बनी चौथी योजना के तहत 23 मई को नोंग्रियाट में हत्यारोपित राजा और सोनम के मिले। वैसेडॉन्ग फॉल्स के पार्किंग लॉट में दोपहर 2.00 बजे राजा टॉयलेट गया। इसी दौरान मौका पाकर उसकी हत्या कर दी गई। घटना के समय सोनम मौके पर थी। सोनम ने भी पति की लाश को खाई में फेंकने में मदद की।

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सोनम बुर्का पहनकर भागी थी सोनम

हत्या के बाद सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दिया। क्योंकि आकाश की शर्ट पर खून लगा था। इसके बाद चारो घटनास्थल से निकले। सोनम ने आकाश को पीछे बैठाकर खुद स्कूटी चलाई। एडी व्यू पॉइंट पर आकाश ने रेनकोट फेंक दिया। इसके बाद आकाश स्कूटी चलाने लगा और सोनम उसके पीछे बैठी रही। आनंद ने दूसरी स्कूटी चला रहा था। बाद में विशाल ने सोनम को बुर्का दिया, जिसे प्रेमी राज कुशवाहा ने पहले से तैयार करवाया था। सोनम बुर्का पहनकर टैक्सी से गुवाहाटी पहुंची। फिर आईएसबीटी से सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल), पटना, आरा, लखनऊ और बस से इंदौर पहुंची। इसके बाद 26 मई से 8 जून तक इंदौर में थी। पता चला कि राजा और सोनम के साथ तीन लोग थे। हत्या और आरोपितों के बारे में खबर मीडिया में लीक होने पर प्रेमी राज कुशवाहा ने सोनम को इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी जाकर किडनैपिंग की शिकार बनने का नाटक करने को कहा। नये प्लान के तहत जून को सोनम इंदौर से निकलने वाली थी। इसी बीच उसी दिन पुलिस ने एक आरोपित उत्तर प्रदेश से पकड़ लिया। इससे राज घबरा गया और सोनम को निर्देश दिया कि वह परिवार को फोन कर कहे कि उसे किडनैप किया गया था। वह अपहर्ताओं के चंगुल से बच निकली।  राज कुशवाहा की इसी प्लानिंग के तहत सोनम ने 8 जून को गाजीपुर में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने यह साफ कर दिया कि यह सुपारी किलिंग नहीं थी। प्रेमी राज ने अपने दोस्तों आकाश, विशाल और आनंद को हत्या के लिए तैयार किया। खर्च के लिए उसने उन्हें केवल 59 हजार रुपए दिए थे। पुलिस के पास 48 सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी शर्ट, रेनकोट, हत्या में प्रयुक्त हथियार, स्कूटर रेंटल रिकॉर्ड, मोबाइल लोकेशन डेटा जैसे अहम साक्ष्य हैं। विवेचना जारी है। समय से पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी। 
 

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