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पहलगाम आतंकी हमला: 8 महीने बाद NIA की चार्जशीट, LeT-TRF नेटवर्क सहित हुए कई खुलासे 

जम्मू की विशेष अदालत में NIA ने दाखिल किया आरोपपत्र; हमले में शामिल तीनों आतंकी ऑपरेशन महादेव में ढेर, स्थानीय सहयोगियों की भूमिका उजागर।

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जम्मू/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के करीब आठ महीने बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू की विशेष अदालत में आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल कर दी है। NIA की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि इस हमले में सीधे तौर पर शामिल तीनों आतंकवादी भारतीय सेना के ऑपरेशन महादेव के तहत मारे जा चुके हैं।

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मारे गए आतंकियों की पहचान

चार्जशीट के अनुसार, हमले में शामिल आतंकियों के नाम हैं:

  • सुलेमान शाह (उर्फ फैजल जट्ट / हाशिम मूसा)
  • हमजा (उर्फ हमजा अफगानी)
  • जिब्रान (उर्फ जिब्रान भाई)

NIA के मुताबिक, ये तीनों प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े थे और उसके प्रॉक्सी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के लिए काम कर रहे थे।

स्थानीय मददगारों की भूमिका

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चार्जशीट में उन स्थानीय व्यक्तियों के नाम भी शामिल किए गए हैं, जिन्होंने हमले से पहले आतंकियों को लॉजिस्टिक्स सपोर्ट, पनाह और भोजन उपलब्ध कराया था। आरोपितों में:

  • बशीर अहमद जोठर
  • परवेज अहमद जोठर
  • मोहम्मद यूसुफ कटारी

NIA की जांच में सामने आया है कि बशीर और परवेज जोठर स्थानीय निवासी हैं। इन दोनों ने 21 अप्रैल की रात पहलगाम के हिल पार्क इलाके में स्थित एक ढोक (झोपड़ी) में आतंकियों को ठहराया था।

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पाकिस्तानी कनेक्शन के सबूत

जांच एजेंसी के अनुसार, जोठर भाइयों के मोबाइल फोन से कुछ पाकिस्तानी नंबर भी बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि जिन तीन आतंकियों को उन्होंने शरण दी थी, वे पाकिस्तान के नागरिक थे और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे।

NIA ने बताया कि 22 जून को, यानी हमले के लगभग दो महीने बाद, इन दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया गया था। इन पर उन आतंकियों को पनाह देने का आरोप है, जिन्हें बाद में जुलाई में भारतीय सेना ने मार गिराया।

ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का जवाब

गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई की थी। इस अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था।

इस ऑपरेशन के तहत:

लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय, प्रशिक्षण केंद्र और लॉन्च पैड सहित कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन ठिकानों से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी।

NIA की जांच जारी

NIA का कहना है कि वह इस हमले से जुड़े पूरे आतंकी नेटवर्क, फंडिंग और सीमा-पार साजिश के हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है। एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि आगे चलकर और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
 

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