
फतेहपुर में मृतक हरिओम के घर जाएंगे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी
एक अक्टूबर की रात ग्रामीणों ने ससुराल जा रहे हरिओम को चोर समझकर पीट-पीटकर कर दी थी हत्या



राहुल गांधी ने ही उठाया था अपने संसदीय क्षे़त्र का मुद्दा, 15 आरोपितों को पुलिस भेज चुकी है जेल
नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को फतेहपुर जाकर पीट-पीटकर मारे गये हरिओम के पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। उनके दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। माना जा रहा है कि राहुल गांधी का फतेहपुर का यह दौरा दलित मुद्दे को और धार देना है। आगामी विधानसभा और पंचायत चुनाव के साथ बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस दलित मुद्दे को धार देने में जुटी है।



राहुल गांधी के फतेहपुर दौरे को लेकर सियासी सरगर्मी और बढ़ गई है। मृतक हरिओम की पत्नी पिंकी उर्फ संगीता और बेटी अनन्या रायबरेली में रहती हैं। राहुल के रायबरेली ना आकर फतेहपुर जाने पर विपक्षी पार्टी भाजपा सवाल भी उठा रही है। एक अक्तूबर की रात फतेहपुर के रहने वाले हरिओम वाल्मीकि की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अब तक 15 हत्यारोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में हुई हत्या का जिक्र सोशल मीडिया पर किया था तो यह मुद्दा देशभर की सुर्खियां बन गया।

छह अअक्टूबर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने फतेहपुर जाकर हरिओम के परिजनों से मुलाकात की और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र जारी कर दलित की हत्या पर नाराजगी जताई थी। अब इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हमलावर हैं। दलित हरिओम की हत्या मुद्दा उठा रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को फतेहपुर जाएंगे। हम लोग भी सुबह फतेहपुर के लिए रवाना होंगे। राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। कहाकि भाजपा सरकार में दलितों पर उत्पीड़न बढ़ा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सांसद की वजह से ही पीड़ित परिवार को न्याय मिल पा रहा है।

ऊंचाहार के नई बस्ती स्थित अपनी ससुराल जा रहा था
आपको बता दें कि एक अक्टूबर की रात फतेहपुर का हरिओम ऊंचाहार के नई बस्ती स्थित अपनी ससुराल जा रहा था। पहरा दे रहे ग्रामीणों ने चोर समझ कर उसे पकड़ लिया। हरिओम मानसिक रूप से कमजोर था और वह सही से अपनी पहचान नही बता सका। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे पीट-पीट कर मार डाला।

