
व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोलनेवाले IPS पूर्ण कुमार ने खुद को आईपीएस मारकर कर ली खुदकुशी
घटना के समय पूर्ण कुमार की पत्नी और हरियाणा काडर की सीनियर आईएएस पी अमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान के दौरे पर थीं



साउंडप्रूफ बेसमेंट में जाकर की खुदकुशी, बेटी ने देखा तो हुई घटना की जानकारी
चंडीगढ़। हरियाणा कैडर के आईपीएस वाई पूर्ण कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने सेक्टर 11 स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी है। पूरन कुमार वर्तमान में आईजी पीटीसी सुनारिया के पद पर कार्यरत थे। पहले रोहतक के आईजी के रूप में भी सेवा दे चुके थे। बता दें कि उनकी बेटी को यह सर्विस रिवॉल्वर मकान के बेसमेंट में मिली। यह बेसमेंट साउंडप्रूफ है और इसके कारण गोली चलने की आवाज बाहर नहीं आई। काफी देर बाद पूर्ण कुमार की बेटी ने नीचे जाकर देखा तो पिता का शव पड़ा था। उनके शव के पास में ही रिवॉल्वर भी पड़ी थी। चंडीगढ़ के एसएसपी, घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। मौके पर पुलिस टीम और फोरेंसिक टीम पहुंची थी।


पूर्ण कुमार की पत्नी पी अमनीत कुमार हरियाणा काडर की सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। उनका बैच भी 2001 है। पी अमनीत कुमार इस समय हरियाणा के विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त एवं सचिव के पद पर कार्यरत हैं। इस समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान के दौरे पर गई हुई हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल को आठ अक्टूबर की रात को वापस दिल्ली लौटना है।

एडीजीपी रैंक के वाई पूर्ण कुमार पीटीसी सुनारिया (रोहतक) में आईजी के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले उन्हें आईजी रोहतक के पद पर नियुक्त किया गया था। लेकिन वे इस पद पर ज्यादा समय नियुक्त नहीं रह सके। वाई पूर्ण कुमार को आईजी रोहतक के पद पर लंबे समय बाद नियुक्ति मिली थी। इस नियुक्ति से पहले वह गैर महत्व के पदों पर कार्यरत रहे हैं। पूर्ण कुमार का विवादों से पुराना नाता रहा है। हरियाणा के मौजूदा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद और पूर्व डीजीपी मनोज यादव के खिलाफ उन्होंने कई बार मोर्चा खोला। उन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के खिलाफ भी चुनाव आयोग को शिकायत कर दी थी।

उनका आरोप था कि आइएएस अनुराग अग्रवाल जातिगत मामलों को देखते हुए अफसरों पर कार्रवाई कर रहे हैं। केवल अनुसूचित जाति के अफसरों को बदला किया जा रहा है। लेकिन सर्वण जाति के अफसरों का तबादला नही किया जा रहा है। आपको बता दें कि वर्ष 2022 में वाई पूर्ण कुमार ने तत्कालीन गृह सचिव राजीव अरोड़ा पर भेदभावपूर्ण तरीका अपनाकर पूर्व डीजीपी मनोज यादव के पक्ष में जांच रिपोर्ट देने का आरोप भी लगाया था। यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में भी पहुंचा। नौ आइपीएस अधिकारियों के दो-दो सरकारी मकानों पर कब्जे का मामला भी वाई पूर्ण कुमार ने उजागर किया था। इसके बाद संबंधित अधिकारियों से एक सरकारी मकान खाली कराते हुए जुर्माना राशि वसूली गई थी। ऐसे में समझा जा रहा है कि पूर्ण कुमार ने किसी दबाव में आत्महत्या की।

