
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर लम्बी छुट्टी पर भेजे गये, ओपी सिंह ने सम्भाला कार्यभार
एडीजीपी पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत दस से अधिक अफसरों पर दर्ज हैं मुकदमे, गिरफ्तारी की मांग



हरियाणा। एडीजीपी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में हरियाणा सरकार ने सोमवार की देर रात डीजीपी शत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया। इसके साथ ही मंगलवार को आईपीएस ओमप्रकाश सिंह को नया कार्यकारी डीजीपी नियुक्त किया गया। उन्होंने अपना कार्यभार संभाल लिया है। हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, पंचकूला के प्रबंध निदेशक, एफएसएल मधुबन के निदेशक और एचएसबीएनसीबी (मुख्यालय) के महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।



ओमप्रकाश दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं। ओपी सिंह ने मंगलवार दोपहर पुलिस मुख्यालय पंचकूला में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पद का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया। परम्परागंत ढंग से इस मौके पर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। ओपी सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने विभागीय कार्यप्रणाली, कानून-व्यवस्था की स्थिति और राज्य में पुलिसिंग की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा की।
गौरतलब है कि आईपीएस पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में इससे पहले तक तैनात रहे डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत दस से अधिक अधिकारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। पूरण कुमार के परिवार के लोगों के अलावा तमाम राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोग ने महापंचायत कर नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है।

परिवार भी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है और उन्होंने सात दिन तक पोस्टमार्टम के लिए शव को पुलिस को नही सौंपा है। अभी यह सब मामला चल ही रहा था कि मंगलवार को एक एसआई संदीप लाठक ने भी खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। खेत में बने कमरे के अंदर संदीप की लाश मिली। वहीं से सुसाइड नोट और घटना में प्रयुक्त पिस्तौल बरामद हुई है। अजीब मामला यह है कि संदीप लाठक के सुसाइड नोट में 7 अक्टूबर को खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर चुके आईपीएस पूरण कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये गये है। पत्र में लाठक ने अपने को शहीद बताते हुए पूरण कुमार और परिवार पर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पूरण कुमार की मौत और उनका सुसाइड नोट मिलने के बाद साजिशों को लम्बा पिटारा खुलना शुरू हुआ था। अब संदीप लाठक की उसी तरह हुई मौत ने संदेह और रहस्य को और गहरा दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि ओपी सिंह का कार्यकाल चुनौती भरा होगा।


