Goa Fire Tragedy: नाइटक्लब में मौत के तांडव के बाद क्लब मालिकों पर FIR-सरपंच हिरासत में , 25 लोगों की गई है जान
बर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में भीषण आग के बाद पुलिस सक्रिय; निर्माण में अनियमितता और नियमों के उल्लंघन की जांच तेज, कई आरोपियों पर केस दर्ज।

गोवा। बर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत और कई घायल होने के बाद गोवा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। नाइटक्लब के दो मालिकों सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की गई है। इसके साथ ही अर्पोरा-नागोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर को भी मामले में हिरासत में लिया गया है।



सीनियर पुलिस अधिकारियों के अनुसार, क्लब के मैनेजर और इवेंट आयोजकों पर भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में पाया गया कि नाइटक्लब के निर्माण में भारी अनियमितताएँ थीं-संकरे एंट्री गेट, सीमित निकास मार्ग, मानकों के विपरीत ज्वलनशील सामग्री का उपयोग और अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन न होना।

2013 का लाइसेंस और विवादित मंजूरी
जानकारी के अनुसार, सरपंच रोशन रेडकर ने 2013 में क्लब परिसर के लिए व्यापार लाइसेंस जारी किया था। ग्राम अधिकारी ने दावा किया कि यह **निर्माण अनधिकृत** था, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी ने क्लब को ढहाए जाने के नोटिस पर रोक लगा दी थी। इस मामले ने प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि जिन्होंने नियमों के उल्लंघन के बावजूद क्लब को अनुमति दी, उन सभी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आग कैसे लगी? विरोधाभासी दावे सामने आए
शुरुआत में पुलिस ने कहा कि आग सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी। लेकिन कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग पहली मंजिल पर लगी, जहां करीब 100 लोग डांस कर रहे थे।
जब धुआँ फैलने लगा, लोग नीचे रसोई की ओर भागे-जहाँ वे कर्मचारी के साथ फँस गए। अधिकतर मौतें दम घुटने से हुईं, क्योंकि लोग भूतल पर ही फंसे रह गए।
दमकल को 400 मीटर दूर रुकना पड़ा
नाइटक्लब बेहद संकरी गलियों के बीच था, जिससे दमकल गाड़ियाँ घटनास्थल तक नहीं पहुँच सकीं। टैंकरों को लगभग 400 मीटर दूर खड़ा करना पड़ा, जिससे राहत कार्य देर से शुरू हुआ और नुकसान बढ़ गया।
जांच तेज, कई अधिकारी भी रडार पर
पुलिस अब निम्न बिंदुओं पर विस्तृत जांच कर रही है—
- नाइटक्लब निर्माण की अनुमति कैसे मिली?
- सुरक्षा मानकों की अनदेखी किसने की?
- आग लगने के बाद बचाव में देरी कैसे हुई?
- क्या क्लब के अंदर अधिक क्षमता में लोग मौजूद थे?
जांच एजेंसियों का मानना है कि प्रशासनिक लापरवाही, अनधिकृत निर्माण और अग्नि सुरक्षा की कमी इस भयावह हादसे की प्रमुख वजहें हैं।

