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चंडीगढ़ के एडीजीपी पूरण कुमार आत्महत्या केस : डीजीपी समेत 10 से अधिक अफसरों पर मुकदमा दर्ज

आत्महत्या के बाद मौके से मिले सुसाइड नोट के आधार पर हुई कार्रवाई

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adgp puran kumar
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आरोपित अफसरों से होगी पूछताछ, अनूसूचित आयोग ने मुख्य सचिव व डीजीपी से सात दिन में मांगी रिपोर्ट  

हरियाणा। हरियाणा के 2001 बैच के एडीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने गुरूवार की रात डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत 10 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूरण कुमार के पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर सेक्टर 11 थाने में घटना के तीसरे दिन धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) बीएनएस और 3(1)(आर) पीओए (एससी/एसटी) अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। आपको बता दें कि पूरण कुमार ने सुसाइड नोट में डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत 10 से अधिक अधिकारियों पर उत्पीड़न, जातिगत प्रताड़ना और सार्वजनिक अपमान के आरोप लगाए थे। इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री पूरण कुमार के घर पहुंचे। परिजनों से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी और मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।  

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Adgp puran kumar

पूरण कुमार की पत्नी व आईपीएस अमनीत ने की थी शिकायत

खुदकुशी मामले में पूरण कुमार की पत्नी और आईएएस अमनीत पी कुमार ने बुधवार को सेक्टर 11 थाने में डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत की थी। इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपितों को पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा। 
आपको बता दें कि आईपीएस पूरन कुमार ने पिछले दिनों अपने आवास के बेसमेंट में खुद के सिर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। उस समय उनकी पत्नी मुख्यमंत्री के साथ जापान दौरे पर थीं। पति की मौत की खबर मिलते ही वह दौरा छोड़कर चंडीगढ़ लौट आईं। हालांकि घटना के बाद एफआईआर दर्ज करने को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गुरूवार की सुबह तक कह रहे थे कि इस मामले में कानूनी राय लेने के बाद कार्रवाई होगी। लेकिन रात होते ही मुकदमा दर्ज करना पड़ा। आईपीएस पूरण कुमार के सुसाइड नोट में डीजीपी शत्रुजीत कपूर, एडीजीपी संजय कुमार, एडीजीपी अमिताभ ढिल्लो, आईपीएस संदीप खिरवार, आईपीएस सिबार कविराज, आईपीएस कला रामचंद्रन, आईजी पंकज नैन, पूर्व डीजीपी मनोज यादव, पूर्व डीजीपी पीके अग्रवाल, पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, एसपी नरेंद्र बिजारणिया और अन्य के नाम हैं।

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पत्नी ने जापान से किए थे 15 काल

जापान में मौजूद अमनीत पी. कुमार को फोन पर सुसाइड नोट और वसीयत मिलने के बाद से लगातार अपने पति पूरन कुमार को कॉल कर रही थीं। उन्होंने 15 बार फोन किया मगर पूरन कुमार ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद अमनीत ने अपनी छोटी बेटी अमूल्या को कॉल करके तुरंत पिता से बात कराने को कहा। उस समय अमूल्या बाजार में थी। वह घर पहुंचते ही अपने पापा को देखने बेसमेंट में गई। वहां सोफे पर पूरण कुमार का शव पड़ा था।

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डीजीपी समेत अफसरों पर यह है आरोप

डीजीपी शत्रुजीत कपूर पर आरोप है कि उन्होंने पंचकूला में सरकारी आवास आवंटन के दौरान वाई पूरण कुमार के केस में अतिरिक्त नियम लगा दिए थे और आधिकारिक वाहन वापस ले लिया गया। डीजीपी कार्यालय की ओर से जानबूझकर गुमनाम शिकायत की गई और वार्षिक रिपोर्ट में लिखित तौर पर जातिवादी टिप्पणी की गई। वहीं, एडीजीपी अमिताभ ढिल्लो पर आरोप है कि आरटीआई के तहत जानकारी मांगने पर कार्यवाही करने की साजिश रचने व सार्वजनिक रूप से अपमानित व परेशान किया। एडीजीपी संजय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से परेशान और अपमानित करने के लिए दस्तावेजों में हेराफेरी की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर और अमिताभ ढिल्लो के साथ मिलकर प्रस्तावित विभागीय कार्यवाही की जानकारी मीडिया में लीक की। आईजी पंकज नैन पर यह आरोप है कि इन्होंने डीजीपी और ढिल्लें के साथ मिलकर निराधार व दुर्भावनापूर्ण शिकायतें तैयार कराई। जबकि आईपीएस कला रामचंद्रन पर आरोप हैं कि उन्होंने डीजीपी के कहने पर झूठा हलफनामा दायर किया। जबकि आईपीएस संदीप खिरवार व सिबास कविराज ने झूठे मामले में फंसाने कोशिश की। इसके अलावा सुसाइड नोट में बताया गया है कि पूर्व डीजीपी मनोज यादव, पूर्व डीजीपी पीके अग्रवाल, पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद बैचमेंट अधिकारी हैं और उन्होंने भेदभावपूर्ण, जाति आधारित उत्पीड़न और सार्वजनिक रूप से अपमानित करने का काम किया। जबकि नरेंद्र बिजारणिया पर भी डीजीपी के कहने पर परेशान करने का आरोप है। इस मामले में चंडीगढ़ के एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि सुसाइड नोट में जिन-जिन अधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

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घर पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, परिजनों से मिले 

उधर, जापान दौरे से लौटे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरूवार की दोपहर एयरपोर्ट से सीधे सेक्टर 24 स्थित पूरण कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार के सरकारी आवास पहुंचे। अमनीत ने मुख्यमंत्री से स्पष्ट कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि सिस्टम ने पूरण कुमार की हत्या की है। मुख्यमंत्री यहां आधा घंटा से अधिक रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने करीब 20 मिनट तक अमनीत पी कुमार से बातचीत की। इस दौरान अमनीत ने कहा कि सुसाइड नोट में उनके पति को प्रताड़ित करने का जिक्र है। इसके बाद साजिश के तहत रोहतक में मुकदमा करवाकर उनकी छवि को भी खराब किया गया। इन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के साथ उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके परिवार को भी खतरा है। उनकी बेटियों की आजीवन सुरक्षा सरकार की ओर से सुनिश्चित की जाय। 

अनुसूचित जाति आयोग ने लिया स्वतः संज्ञान

उधर, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है और चंडीगढ़ के मुख्य सचिव व डीजीपी से सात दिन में मांगी रिपोर्ट है। आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मामले में पूछताछ करने का निर्णय लिया है। आयोग ने यह भी कहा है कि चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से भेजी जाने वाली रिपोर्ट में सभी आरोपितों के नाम, एफआईआर संख्या, तारीख और धाराएं, आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को दी गई मुआवजा राशि को जरूर शामिल किया जाय। आयोग की ओर से मुख्य सचिव व डीजीपी को भेजे गए पत्र में कहा गया है यदि आयोग को निर्धारित समय के भीतर आपसे कोई जवाब नहीं मिलता है तो आपको व्यक्तिगत या आपके प्रतिनिधि को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए समन जारी किया जा सकता है।

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