
ऑपरेशन सिंदूर में S-400 का कमाल: 300 किमी दूर से पाकिस्तान के 5 लड़ाकू और 1 बड़ा विमान मार गिराया — IAF प्रमुख का खुलासा
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने बताया — पाकिस्तान की वायु रक्षा चीरते हुए S-400 बना गेम-चेंजर। मुरीदके, बहावलपुर और जैकबाबाद के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले, रडार और हैंगर ध्वस्त




नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शनिवार को बंगलूरू में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना की ऐतिहासिक सफलता का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली S-400 ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान और एक बड़ा विमान (संभवत: ELINT या AEW\&C) को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया। यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।


एपी सिंह ने कहा कि S-400 सिस्टम की लंबी रेंज और सटीकता ने पाकिस्तान के विमानों को भारतीय सीमा से दूर रखने में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान का कोई भी विमान भारतीय आकाश या कम रेंज वाली मिसाइलों की पहुंच में नहीं आ सका।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर के लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय पर भीषण हमले किए। वायुसेना प्रमुख ने पहले और बाद की तस्वीरें साझा करते हुए बताया कि आतंकी नेतृत्व के आवास और कार्यालय भवन पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि आसपास की इमारतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।


बहावलपुर के जैश मुख्यालय पर किए गए हमले में भीषण तबाही मचाई गई। इसके अलावा शाहबाज जैकबाबाद एयरबेस पर F-16 हैंगर का आधा हिस्सा नष्ट हो गया और अंदर रखे कई विमान क्षतिग्रस्त हुए।
IAF ने मुरीदके और चकलाला में स्थित कम से कम दो कमांड और कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाकर छह रडार नष्ट किए। भोलारी में AEW\&C हैंगर पर किए गए हमले में एक विमान के तबाह होने के भी प्रमाण मिले हैं।

राजनीतिक इच्छाशक्ति और तीनों सेनाओं का समन्वय
वायुसेना प्रमुख ने इस मिशन की सफलता का श्रेय स्पष्ट राजनीतिक निर्देश और तीनों सेनाओं के बेहतरीन समन्वय को दिया। उन्होंने कहा कि सीडीएस और एनएसए ने सभी एजेंसियों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि ऑपरेशन की योजना और क्रियान्वयन में पूरी स्वतंत्रता दी गई।
80-90 घंटे का हाई-टेक युद्ध
एपी सिंह ने बताया कि 80 से 90 घंटे तक चले इस उच्च तकनीक वाले युद्ध में पाकिस्तान को इतना नुकसान हुआ कि उसने भारतीय DGMO को संदेश भेजकर बातचीत की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अगर युद्ध जारी रहता तो पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ती।
बालाकोट हमले के बाद हुई आलोचना को याद करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस बार हमने दुनिया को दिखा दिया कि हमने क्या हासिल किया है और बालाकोट जैसी स्थिति से बचने में सफलता पाई।
युद्ध रोकने का फैसला सही
ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के फैसले पर एपी सिंह ने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के बाद युद्ध जारी रखने की जरूरत नहीं थी। कुछ लोग "और मारना था" कहते रहे, लेकिन सही समय पर ऑपरेशन रोकना देश के लिए लाभकारी रहा।

