सीजफायर के बाद लोक गायिका नेहा सिंह राठौर भड़कीं, लिखा-यह क्या तमाशा बना रखा है?
सरकार से सवाल पूछने पर भाजपा आईटी सेल के निशाने पर रहती है नेहा




उनके खिलाफ कराये जा चुके हैं मुकदमे, फिर भी उठाती रहती हैं आवाज
वाराणसी, भदैनी मिरर। पहलगाम आतंकी हमले में 28 निर्दोषों की मौत के बाद पाक आतंकियों के खिलाफ ‘आपरेशन सिंदूर‘ और भारत-पाक सीमा पर गोला बारी से उपजे तनाव के बीच लोकगीत गायिका नेहा सिंह राठौर ने सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। सोशल मीडिया एक्स पर किया गया उनका पोस्ट चर्चा में है। हालांकि इससे पहले सरकार पर सवाल दागने पर वह भाजपा आईटी सेल और ट्रोल आर्मी के निशाने में आती रही हैं। उनके खिलाफ जहां-तहां मुकदमे दर्ज होते रहे हैं। इन सबके बावजूद नेहा उन पर निशाना साधनेवालों को उसी अंदाज में जवाब देती रहती हैं।

नेहा सिंह राठौर का फूट पड़ा गुस्सा
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव बढ़ने लगा। इसके बाद सात मई को तीनों भारतीय सेनाओं ने संयुक्त रूप से आपरेशन सिंदूर चलाकर पाक में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया। सीमा पर मिसाइलें, गोलियां चलने लगी। इसके बाद अमेरिका की मध्यस्थता में शनिवार की शाम को दोनों देशों में सीजफायर हुआ। इसके चंद घंटों के बाद पाक ने इसका उल्लंघन कर दिया। इसके बाद नेहा सिंह राठौर का गुस्सा फूट पड़ा। इस मामले में लोक गायिका ने एक खबर का स्क्रिनशॉट अपने एक्स एकाउंट पर शेयर किया। अब इस स्क्रिनशॉट वाली खबर में पहले बताया गया कि श्रीनगर में 100 से अधिक धमाके हुए और फिर दूसरे में लिखा गया कि श्रीनगर में कोई धमाका नही हुआ।


गोदी मीडिया शर्म करो, हर आपदा में अवसर ढूंढना बंद करो
इस पर नेहा सिंह ने लिखा-यह क्या तमाशा बना रखा है? युद्ध मनोरंजन का सामान नही होता। गोदी मीडिया शर्म करो। हर आपदा में अवसर ढूंढना बंद करो। इससे पहले लोकगायिका ने सीजफायर पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए लिखा कि-सीजफायर की खबर सुखद है। बाकी बिहार का चुनाव बिहार के मुद्दों पर ही होना चाहिए, समझ रहे हैं न। कुल मिलाकर इनकी सारी बहादुरी बेटियों पर एफआईआर करवाने में ही है। कायर कहीं का!

बिहार का चुनाव बिहार के मद्दे पर होना चाहिए
सीजफायर की खबर आने के बाद नेहा सिंह राठौर ने शनिवार (10 मई) की देर शाम अपने एक्स अकाउंट से एक पोस्ट किया है। नेहा सिंह राठौर लिखती हैं, “सीजफायर की खबर सुखद है। बाकी बिहार का चुनाव बिहार के मुद्दों पर ही होना चाहिए. समझ रहे हैं न..! नेहा सिंह राठौर ने पोस्ट के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि बिहार में इस साल (2025) जो विधानसभा का चुनाव होने वाला है उसमें ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर आदि की चर्चा के बीच जनता के मुद्दों की बात भी होनी चाहिए।
पहलगाम हमले के बाद मधुबनी चुनाव रैली में आये थे पीएम मोदी
आपको यह भी बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मधुबनी चुनावी रैली सम्बोधित करने आए थे। मधुबनी से ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि आतंकियों को धरती के अंतिम छोर तक खदेंड़ेंगे। उनका पता लगाया जाएगा और उन्हें सजा दी जाएगी। इस पर नेहा ने प्रतिक्रिया दी थी। बिहार चुनाव से कनेक्शन जोड़ते हुए सवाल उठाये थे। कहा था कि कश्मीर में आतंकी हमला हुआ और उसके फौरन बाद मोदी जी ने बिहार में रैली कर दी। जो लोग मोदी जी की पॉलिटिक्स और बिहार की हालत को समझते हैं उन्हें खूब समझ में आ रहा है कि पाकिस्तान को धमकी देने के लिए मोदी जी को बिहार क्यों आना पड़ा। ताकि बिहार की जनता से राष्ट्रवाद के नाम पर वोट बटोरा जा सके।
लाशें भारत और पाकिस्तान में गिर रही हैं..हथियार यूरोप वालों के बिक रहे हैं
नेहा सिंह राठौर अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। पाकिस्तान की ओर से हमलों के बीच उन्होंने लगातार दो पोस्ट किए। एक पोस्ट में लिखा- ’लाशें भारत और पाकिस्तान में गिर रही हैं..हथियार यूरोप वालों के बिक रहे हैं..बताओ युद्ध कौन जीत रहा है?’ दूसरी पोस्ट में उन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान की सेना के सरेंडर करने के बाद दोनों देशों में हुए शांति समझौते की तस्वीर शेयर किया और लिखा- ’इतिहास गवाह है, यही होता आया है, यही होता रहेगा।

