वाराणसी। महाकुंभ में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, अखाड़ों के नागा संन्यासी और संत काशी पहुंचने लगे हैं। पंचदशनाम अखाड़े के नागा साधु वाराणसी पहुंचे है, जहां कबीरचौरा अखाड़े में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके अलावा सबसे बड़े अखाड़े शंभू पंचदशनाम जूना अखाड़े के नागा संन्यासियों की संगत काशी पहुंचे है।
अखाड़े के प्रबंधक दिनेश मिश्रा ने बताया कि “चांदपुर से गाजे-बाजे के साथ भव्य जुलूस निकलेगा, जो हनुमान घाट पहुंचेगा। वहां विधिवत पूजन-अर्चन किया जाएगा।”
नागा संन्यासियों ने किया आराध्य देव का पूजन
अखाड़े में पहुंचे साधुओं ने अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना की। अब तक तीन प्रमुख अखाड़ों के 550 से अधिक नागा संन्यासी काशी पहुंच चुके हैं। वे घाटों पर अपनी धूनी रमा रहे हैं, जिनमें दशाश्वमेध, शिवाला, हनुमान घाट, केदार घाट और चौकी घाट प्रमुख हैं।
महाकुंभ के स्नान के बाद अखाड़ों में वापसी
महाकुंभ के तीनों अमृत स्नान पूरे होने के बाद नागा संन्यासी और संत अपने अखाड़ों की ओर लौटने लगे हैं। शैव अखाड़ों के नागा संन्यासी काशी प्रवास करते हैं, जबकि वैष्णव संन्यासी अपने अखाड़ों की ओर प्रस्थान करते हैं। हालांकि, माघी पूर्णिमा स्नान के बाद ही सभी संन्यासी अपने अखाड़ों में लौटेंगे।
प्रमुख अखाड़ों के नागा संन्यासियों का आगमन जारी
अब तक पंचदशनाम निरंजनी, अटल अखाड़ा और महानिर्वाणी अखाड़ा के 550 से अधिक नागा साधु काशी पहुंच चुके हैं। शनिवार को भी आह्वान अखाड़े के 50 से अधिक नागा संन्यासी काशी पहुंचे।
शंभू पंच के श्रीमहंत सभापति प्रयाग भारती ने बताया कि “कबीरचौरा के औघड़नाथ तकिया स्थित शंभू पंचदशनाम आह्वान अखाड़े में भोर में संगत पहुंची है। 5 फरवरी के बाद से नागा संन्यासियों का काशी आगमन जारी है।”
नए पदाधिकारियों ने संभाली गद्दी
अखाड़ों के नागा साधुओं के चुनाव के बाद उनके काशी आगमन के दौरान नए पदाधिकारियों की गद्दी और आसन स्थापित किए जा रहे हैं। शनिवार को आए आह्वान अखाड़े के नए पदाधिकारी भी काशी पहुंचे।