किसानों के लिए न्याय यात्रा निकालेगी कांग्रेस, महाकुंभ के त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाएंगे राहुल-प्रियंका




प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा सत्र के बीच कांग्रेस ने महाकुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की पूरी तैयारी कर ली है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी 19 फरवरी को प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ में स्नान करेंगे। पार्टी इस आयोजन को एक बड़े शक्ति प्रदर्शन के रूप में देख रही है। इस दौरान कांग्रेस नेता भाजपा सरकार की सामाजिक समरसता विरोधी नीतियों पर चर्चा करेंगे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में प्रदेश मुख्यालय से बड़े पैमाने पर पार्टी नेता बसों से प्रयागराज पहुंचेंगे। इसमें प्रदेश कार्यकारिणी के साथ-साथ पार्टी के पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। पार्टी ने महाकुंभ के सेवादल शिविर में विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं।

महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर कांग्रेस का सवाल
कांग्रेस की ओर से महाकुंभ में सरकारी व्यवस्थाओं को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में महाकुंभ में हुए हादसे को लेकर पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें सरकारी मशीनरी पर लापरवाही का आरोप लगाया गया था। कांग्रेस ने इस मुद्दे को भी सरकार के खिलाफ एक बड़े अभियान का हिस्सा बनाया है।

किसान न्याय योद्धाओं की फौज तैयार
कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों को लेकर एक बड़ा अभियान छेड़ने की योजना बनाई है। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष अखिलेश शुक्ला ने घोषणा की है कि हर जिले में 300-300 किसान न्याय योद्धा तैयार किए जाएंगे। इस अभियान की शुरुआत 20 फरवरी को गाजियाबाद के लोनी से होगी।
किसान न्याय यात्रा के तहत लोनी से मंडोला चौक तक यात्रा निकाली जाएगी, जहां धरने पर बैठे किसानों से मुलाकात की जाएगी। इसके बाद यह यात्रा बागपत के लिए रवाना होगी। 22 फरवरी को यह यात्रा ग्रेटर नोएडा पहुंचेगी। एक और दो मार्च को रायबरेली-अमेठी में और 10-11 मार्च को अयोध्या एवं अंबेडकरनगर में किसान न्याय यात्राएं निकाली जाएंगी।
किसानों के लिए संघर्ष का ऐलान
कांग्रेस ने सभी 75 जिलों में किसान न्याय यात्रा निकालने और हर जिले में 300 किसान न्याय योद्धा तैयार करने का निर्णय लिया है। ये योद्धा किसानों की समस्याओं को पार्टी तक पहुंचाने का काम करेंगे और किसानों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे।
कांग्रेस इस पूरे अभियान के जरिए भाजपा सरकार के खिलाफ अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने की तैयारी में है। राहुल और प्रियंका गांधी की महाकुंभ में उपस्थिति पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के बीच एक संदेश देने का प्रयास करेगी।

