Home वाराणसी प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं एवं कार्मिकों को गर्मी से समाधान की सुविधा प्रदान करने के दृष्टिगत इंस्टॉल किए गए हैं। इन अस्थाई कूलर्स को मोटी केबल से विद्युत संयोजन प्रदान किया जाता है।

प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं एवं कार्मिकों को गर्मी से समाधान की सुविधा प्रदान करने के दृष्टिगत इंस्टॉल किए गए हैं। इन अस्थाई कूलर्स को मोटी केबल से विद्युत संयोजन प्रदान किया जाता है।

by Bhadaini Mirror
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आज दिनांक 30 मार्च 2024 को रात्रि लगभग 9.30 बजे परिसर के एक कूलर की केबल पर किसी श्रद्धालु द्वारा खिसकाने के कारण स्टील की बेंच का पाया पड़ गया जिसके कारण केबल का रबड़ क्षतिग्रस्त होने से उस बेंच में तथा बेंच से सटी रेलिंग में विद्युत करंट का सूक्ष्म प्रवाह आ गया। इस प्रवाह के संपर्क में आने से कतिपय पाँच छह श्रद्धालुओं ने कंपन एवं हल्के झटके की अनुभूति की तथा कार्मिकों को अवगत कराया। तत्काल केबल को विद्युत से विच्छेदित करते हुए स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। इसी बीच दो किशोरी बालिकाएं सुश्री राजल भूपति एवम सुश्री साधु संजना निवासी गुजरात राज्य को विद्युत संपर्क के कारण उत्पन्न नर्वस शॉक से अधिक घबराहट हो गई। अतः उक्त दोनों बालिकाओं को तत्काल कबीर चौरा मंडलीय हॉस्पिटल में पहुंचाया गया। दोनों बालिकाओं की स्थिति पूर्णतः स्वस्थ है। परंतु नर्वस शॉक की दशा से उबरने में सहायता हेतु बालिकाओं को कुछ देर के लिए अंडर ऑब्जर्वेशन योग्य चिकित्सकों की देख रेख में रखा गया है। उनके परिजन उनके साथ हैं।

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इसके अतिरिक्त अभी हाल में एक अन्य ज्योतिर्लिंग में हुई दुर्घटना के सापेक्ष मंदिर ट्रस्ट द्वारा विभिन्न एजेंसीज यथा एनडीआरएफ, अग्नि सुरक्षा एवं विद्युत सुरक्षा आदि से समन्वय करते हुए कार्ययोजना तैयार कर मॉक ड्रिल कराने का कार्य प्रगति पर है। आज ही इस संबंध में एनडीआरएफ़ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हुई है जिनके माध्यम से सुरक्षा ड्रिल अप्रैल माह में करनी प्रस्तावित हैं। सभी एजेंसीज के समन्वय से  समेकित समाधान के प्रयास निरंतर किए जा रहे हैं।
भवदीय :–
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास

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