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जौनपुर की अर्चना मिश्रा की खोज ‘लाइफ फैक्टर आर्च’ से असाध्य रोगों का रामबाण इलाज, गरीबों को फ्री दवा

20 साल की मेहनत से विकसित की गई आयुर्वेदिक खोज ने पैरालिसिस, शुगर, किडनी और हार्ट जैसी बीमारियों में दिखाया चमत्कार, अब तक हजारों मरीज हुए लाभान्वित
 

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Virendra Patel
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रिपोर्ट: वीरेन्द्र पटेल

मड़ियाहूं (जौनपुर)। जौनपुर जिले के नेवढ़िया थाना क्षेत्र के तरती गांव की निवासी अर्चना मिश्रा ने आयुर्वेद की दुनिया में एक ऐतिहासिक खोज की है, जिसने चिकित्सा जगत में नई उम्मीद जगाई है। उनकी खोज ‘लाइफ फैक्टर आर्च’ (Life Factor Arch) उन बीमारियों का भी इलाज करने में सक्षम है, जिन्हें अब तक असाध्य माना जाता था।

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अर्चना मिश्रा का कहना है कि यह खोज देवी मां की कृपा और 20 वर्षों की अथक तपस्या का परिणाम है। उन्होंने बताया कि यह आयुर्वेदिक उपचार शरीर में जमा विषाक्त तत्वों को जड़ से खत्म करता है और शरीर को पुनः स्वस्थ बनाने की प्रक्रिया को सक्रिय करता है।

पैरालिसिस से लेकर किडनी फेलियर तक - हर बीमारी का समाधान

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अर्चना मिश्रा ने बताया कि उनकी विकसित दवा पैरालिसिस, आंखों की रोशनी से जुड़ी बीमारियां, ब्रेन हैमरेज, जोड़ दर्द, शुगर, किडनी फेलियर, हार्ट डिजीज, सफेद दाग और लिवर की खराबी जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार में प्रभावी साबित हो रही है।
उन्होंने कहा, “हमारे इलाज से मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर लौटते हैं। गरीबों के लिए इलाज बिल्कुल मुफ्त है, क्योंकि सेवा ही हमारा धर्म है।”

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घर बना हॉस्पिटल, मरीजों की लगी रहती है लाइन

शुरुआत में अर्चना मिश्रा अपने घर से ही मरीजों का इलाज करती थीं। कुछ समय दवा वितरण बंद रहा, लेकिन अब उन्होंने अपने घर को ही पुनः हॉस्पिटल की तरह शुरू कर दिया है। दूर-दराज जिलों और राज्यों से मरीज इलाज के लिए उनके पास पहुंच रहे हैं।

"यह खोज लोगों के जीवन में अमृत के समान"

अर्चना मिश्रा कहती हैं, “मेरी जिज्ञासा और समाजसेवा की भावना ने ही मुझे इस दिशा में प्रेरित किया। यह खोज लोगों के जीवन में अमृत के समान सिद्ध हो रही है।” उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर दिन सैकड़ों लोग उनके दरवाजे पर इलाज के लिए पहुंचते हैं।

संपर्क और संस्था की जानकारी

अर्चना मिश्रा ने मरीजों की सुविधा के लिए मोबाइल नंबर 7388351913 सार्वजनिक किया है। उन्होंने बताया कि किसी भी मरीज को पहले फोन या व्हाट्सएप के माध्यम से परामर्श लेना चाहिए, उसके बाद इलाज कराया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इलाज “अर्चना लाइफ फैक्टर वेलफेयर सोसाइटी” नामक संस्था के माध्यम से किया जाता है। यह संस्था गरीब और जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त उपचार प्रदान करती है।

 

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