
पाकिस्तान में पूरी रात दहशत का माहौल, पाक पीएम ने जाने क्या किया पोस्ट
भारतीय सेना ने 50 से अधिक पाक ड्रोन हमले किए नाकाम, विश्व को सेना के प्रेस कॉन्फ्रेंस का इन्तजार




प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की चुप्पी
जनता में रोष, सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल
नई दिल्ली, भदैनी मिरर। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ताजा घटनाक्रम में, पाकिस्तान ने भारत की सीमा में 50 से अधिक ड्रोन भेजने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने सतर्कता और दृढ़ता से विफल कर दिया। भारतीय सैनिकों ने सभी ड्रोनों को समय रहते नष्ट कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।

गुरुवार की रात पाकिस्तान के लिए खौफ की रात साबित हुई। भारतीय सैन्य कार्रवाई के बाद कराची, रावलपिंडी, लाहौर सहित लगभग 15 शहरों में ब्लैकआउट की स्थिति रही। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल था और नागरिकों में डर व्याप्त था। सीमापार से मिल रही सूचनाओं के अनुसार, पाकिस्तान में रातभर हवाई हमले हुए है। भारतीय सेना और MEA संयुक्त प्रेस कांफ्रेस करके पुरे सैन्य कार्रवाई की जानकारी मीडिया से साझा करेगा, यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे होनी थी लेकिन फ़िलहाल समय में तब्दीली कर दी गई है। अभी भी बॉर्डर पर भारी गोलाबारी की खबर है।


इस पूरे घटनाक्रम के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का रवैया बेहद चौंकाने वाला रहा। जब देश में दहशत और संकट का माहौल था, तब प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर शुक्रवार सुबह एक पोस्ट साझा किया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि इस पोस्ट में उन्होंने देश की सुरक्षा, जनता की चिंता या सैन्य हालात पर एक शब्द भी नहीं कहा।

शरीफ ने अपने संदेश में लिखा:
"मैं पोप लियो (XIV) के चुनाव पर वैश्विक कैथोलिक समुदाय को हार्दिक बधाई देता हूं। यह ऐतिहासिक क्षण दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए आशा और प्रेरणा का प्रतीक है। पाकिस्तान पवित्र धर्मगुरु के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और अंतर-धार्मिक सद्भाव, आपसी सम्मान और शांति की साझा खोज को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का यह संदेश ऐसे समय आया है जब उनका देश गंभीर संकट से जूझ रहा है। इससे उनकी प्राथमिकताओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं। क्या एक जिम्मेदार राष्ट्र प्रमुख से यह अपेक्षित है कि संकट के समय वह अंतरराष्ट्रीय बधाइयों में व्यस्त रहे, जबकि उसकी जनता असुरक्षा और भय से जूझ रही हो?
भारत की ओर से आधिकारिक तौर पर इस ऑपरेशन पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन रक्षा सूत्रों का कहना है कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

