Movie prime
Ad

कनाडा में लॉरेंस बिश्नोई गैंग आतंकवादी संगठन घोषित

गुजरात के साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है लॉरेंस बिश्नोई 

Ad

 
larens
WhatsApp Group Join Now

Ad

जब्त हो सकती हैं गैंग से जुड़ी सभी संपत्तियां 

नई दिल्ली। भारत की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को कनाडा ने आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। कनाडा सरकार का दावा है कि बिश्नोई गैंग उनके देश में कई गैंगवार और हत्याओं में शामिल है। गैंग के चलते भय का माहौल तैयार हो रहा है। कहा जा रहा है कि कनाडाई कानून के अनुसार, इस फैसले के बाद गैंग से जुड़ी सभी संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं। कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने सोमवार को इसकी घोषणा। कहाकि कनाडा ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आधिकारिक तौर पर आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है। बिश्नोई गैंग को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। कई प्रांतों से प्रमुखों ने सरकार से बिश्नोई गैंग को आतंकी समूह घोषित करने को कहा था।

Ad
Ad

लॉरेंस बिश्नोई गुजरात के साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है। कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने घोषणा की कि कनाडा ने बिश्नोई गिरोह को देश की आपराधिक संहिता के तहत आधिकारिक तौर पर आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है। एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में, आनंदसांगरी ने लिखा, “आज हमारी सरकार ने बिश्नोई गिरोह को एक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है। कनाडा में हिंसा, आतंक और समुदायों को धमकाना कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि कनाडा के कई राजनेताओं ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर प्रतिबंध की मांग की थी। 17 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के प्रधानमंत्री डेविड एबी ने कहा था कि आतंकवादी घोषित किए जाने से पुलिस को इस गतिविधि की जांच करने और उसे रोकने के लिए आवश्यक उपकरणों का उपयोग करने में मदद और इससे महत्वपूर्ण जांच टूल्स मिलते हैं। इसके बाद जुलाई में, अल्बर्टा के प्रधानमंत्री डैनियल स्मिथ ने भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर प्रतिबंध की मांग की थी।

Ad

कनाडा के मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने उस समय कहा था कि वह अपने राजनेताओं की मांग पर गंभीरता से विचार कर रही है। कनाडा की अपराध निरोधक राज्य सचिव रूबी सहोता ने कहा कि आपराधिक संगठनों को आतंकवादी संगठनों की तरह से सूचीबद्ध किए जाने के कई उदाहरण हैं। मैं एक संपूर्ण, सबूतों पर आधारित दृष्टिकोण का पूर्ण समर्थन करती हूं और उन्होंने जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया। कहा कि अगर कोई समूह आतंकवादी समूह होने के पैरामीटर्स पर खरा उतरता है तो उसे बिना कोई देरी किए सूचीबद्ध कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि 14 मई को कनाडा के टोरंटो में 51 वर्ष के हरजीत सिंह ढड्डा की उनके ऑफिस की पॉर्किंग में हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने हरजीत को गोलियों से छलनी कर दिया था। उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बाद में बिश्नोई गैंग से जुड़े दो लोगों ने फेसबुक पोस्ट में हरजीत की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इस घटना के दो महीने पहले ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक और बिजनेसमैन की हत्या हुई थी। उसी महीने ब्रैम्पटन में एक और बिजनेसमैन की हत्या की गई। मारे गए दोनों बिजनेसमैन भारतीय मूल के थे। कनाडा की जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि इन हत्याओं का कनेक्शन भारत के लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है।

Ad
Ad

Ad

FROM AROUND THE WEB