
16 नागरिकों की मौत के बाद भारत का पलटवार, पाक एयर डिफेंस सिस्टम तबाह
विक्रम मिस्री का तीखा हमला – “आतंकियों को शहीद मानता है पाकिस्तान”




गुरुद्वारे पर हमला: सिख समुदाय पर पाक की बर्बरता उजागर
भारत की चेतावनी: "हर गोली का जवाब देंगे, लेकिन युद्ध नहीं चाहते"
नई दिल्ली, भदैनी मिरर। भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। बीती रात पाकिस्तान द्वारा भारत के कई सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइल से निशाना बनाए जाने के बाद भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। इस संबंध में आज दिल्ली में तीन प्रमुख सुरक्षा और कूटनीतिक अधिकारियों ने साझा प्रेस वार्ता की।

कर्नल सोफिया कुरैशी की प्रतिक्रिया
सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि, “पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज समेत कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। हालांकि, भारत की एयर डिफेंस और UAS ग्रिड प्रणाली ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। “लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम को बेअसर किया गया है,” उन्होंने जानकारी दी।


भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार कुपवाड़ा, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी क्षेत्रों में भारी गोलीबारी की। “इस हमले में 16 निर्दोष नागरिक मारे गए, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं।” उन्होंने कहा कि भारत की जवाबी कार्रवाई केवल आत्मरक्षा में की गई है और भारत अभी भी स्थिति को और न बिगाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री का तीखा प्रहार
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए और वैश्विक मंचों पर उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा: “भारत ने आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया है, न कि किसी सैन्य ठिकाने को। पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि वो आतंकवादियों को शहीद मानता है या अपराधी।” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री खुद आतंकवादी संगठनों से संबंध स्वीकार चुके हैं। “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आतंकवादियों को राजकीय सम्मान दिया जा रहा है, और उनके अंतिम संस्कार राष्ट्रीय ध्वज में किए जा रहे हैं।”
विदेश सचिव ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया, जिसमें सिख समुदाय के तीन लोगों की जान चली गई। कुल 16 नागरिकों की मौत की पुष्टि की गई है।
तीनों अधिकारियों ने एक सुर में कहा कि भारत किसी प्रकार की युद्ध-वृद्धि नहीं चाहता, लेकिन हर आक्रामक कार्रवाई का जवाब सटीक और मापा हुआ दिया जाएगा।
"हमारी कार्रवाई पिन-पॉइंट, गैर-उत्तेजक और सटीक है," – कर्नल सोफिया कुरैशी
अगर पाकिस्तान ने तनाव बढ़ाया, तो परिणाम भुगतने होंगे”
भारत ने पाकिस्तान के झूठे प्रचार और उकसावे वाली कार्रवाइयों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित थी और पाकिस्तान द्वारा फैलाई जा रही अफवाहें पूरी तरह से मनगढ़ंत और भ्रामक हैं। पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोप कि भारत ने नीलम-झेलम हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को निशाना बनाया है, इसे विदेश सचिव ने सिरे से खारिज कर दिया। कहा कि “यह सरासर झूठ है। भारत ने केवल आतंकवाद के ढांचों पर सटीक हमले किए हैं। यदि पाकिस्तान इस झूठ का इस्तेमाल भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने के बहाने के तौर पर करता है, तो वह उसके परिणामों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होगा।”
झूठ की 75 साल पुरानी विरासत
पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों को मार गिराने के दावे पर कटाक्ष करते हुए विक्रम मिस्री ने कहा: “इससे कोई आश्चर्य नहीं होता क्योंकि यह वही देश है जिसने 1947 में अपने जन्म से ही झूठ बोलना शुरू कर दिया था। जम्मू-कश्मीर में अतिक्रमण के दौरान पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से भी झूठ बोला कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की यही झूठ बोलने की परंपरा 75 साल से चली आ रही है।
भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान ने स्थिति को और बिगाड़ने की कोशिश की, तो प्रत्युत्तर कठोर और निर्णायक होगा। “अब फैसला पाकिस्तान के हाथ में है। अगर वह उकसावे की राह चुनता है, तो भारत उसकी हर कार्रवाई का उचित जवाब देगा।

