क्या पाक PM शहबाज शरीफ ने पुतिन की क्लोज्ड-डोर बैठक में की ‘एंट्री’? वायरल वीडियो का फैक्ट चेक
तुर्की राष्ट्रपति एर्दोआन के साथ पुतिन की बैठक में घुसने के दावे पर मचा बवाल, RT India ने वीडियो हटाकर दी सफाई
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो को लेकर चर्चा में हैं। वीडियो में दावा किया गया कि शहबाज शरीफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन की एक क्लोज्ड-डोर बैठक में बिना बुलाए प्रवेश कर लिया। इस वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शहबाज शरीफ को जमकर ट्रोल किया गया।



यह वीडियो RT India के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया गया था। वीडियो के साथ दावा किया गया कि तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में आयोजित ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ पीस एंड ट्रस्ट’ फोरम के दौरान शहबाज शरीफ की पुतिन के साथ तय द्विपक्षीय बैठक में देरी हो गई थी। इसी दौरान वह कथित तौर पर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन की बंद कमरे में हो रही बैठक में पहुंच गए।

हालांकि, कुछ समय बाद RT India ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हटा लिया। RT India की ओर से एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सफाई देते हुए कहा गया कि यह पोस्ट घटनाक्रम की गलत व्याख्या हो सकती है।
We deleted an earlier post about Pakistani Prime Minister Sharif waiting to meet Vladimir Putin at the Peace and Trust Forum in Turkmenistan.
— RT_India (@RT_India_news) December 12, 2025
The post may have been a misrepresentation of the events.
RT India ने अपने बयान में लिखा- “हमने तुर्कमेनिस्तान में पीस एंड ट्रस्ट फोरम के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के व्लादिमीर पुतिन से मिलने को लेकर किया गया अपना पिछला पोस्ट हटा दिया है। यह पोस्ट घटनाओं की गलत प्रस्तुति हो सकती थी।”

इसके बाद इस पूरे मामले को लेकर फैक्ट चेक शुरू हुआ, जिसमें यह सामने आया कि वायरल वीडियो को संदर्भ से अलग तरीके से पेश किया गया था। वीडियो के आधार पर यह स्पष्ट रूप से साबित नहीं होता कि शहबाज शरीफ ने जानबूझकर या बिना अनुमति किसी क्लोज्ड-डोर बैठक में ‘गेटक्रैश’ किया हो।
विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नेताओं की आवाजाही पहले से तय प्रोटोकॉल के तहत होती है और सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ऐसे वीडियो अक्सर अधूरी जानकारी के साथ साझा किए जाते हैं। इस मामले में भी वीडियो के गलत संदर्भ ने भ्रम की स्थिति पैदा की, जिसके बाद RT India को अपनी पोस्ट हटानी पड़ी।
(साभार-एनडीटीवी )
