शंकराचार्य विधुशेखर भारती के सानिध्य में मां अन्नपूर्णा मंदिर के कुंभाभिषेक का महानुष्ठान शनिवार से शुरू हुआ। सुबह सात बजे जलयात्रा में 100 महिलाएं और 111 बटुक मंदिर से दशाश्वमेध घाट पहुंचे। गंगाजल लेकर वापस मंदिर पहुंचे। इसके बाद सर्वप्रायश्चित, पंचगव्य प्राशन, गंगा पूजन, तीर्थानयन आदि अनुष्ठान शुरू हुए। शंकराचार्य विधुशेखर भारती अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचे माता के गर्भ में पहुंचकर उन्होंने पूजा पाठ की माता को फूल माला अर्पित किया और पूरे मंदिर का भ्रमण करके मंदिर के स्वरूप को दिखा।
मंदिर के प्रांगण में बटकों द्वारा हवन पूजन कर अनुष्ठान की शुरुआत की गई है। मंदिर के महंत शंकर पुरी ने कहा – दो की फरवरी सुबह सात बजे से कोटि कुमकुमार्चन व सहस्त्रचंडी महायज्ञ शुरू होगा। चार को सुबह सात बजे से अधिवास, हवन, महास्वपन, वखाधिवास, धान्याधिवास, फलाधिवास, अधिवासन, भगवती प्रतिष्ठा व कुंभाभिषेक समारोह होगा। मां अन्नपूर्णा मंदिर कुंभाभिषेक और विविध अनुष्ठान के लिए तैयार हो चुका है।