Home अपराध हैल्लो पापा मैं फंस गया हूं…इस तरह की एक कॅाल और आप हो सकते है Voice Cloning Scam के शिकार

हैल्लो पापा मैं फंस गया हूं…इस तरह की एक कॅाल और आप हो सकते है Voice Cloning Scam के शिकार

by Bhadaini Mirror
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Voice Cloning Scam : स्कैमर्स आए दिन लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे है। अब साइबर क्रिमिनल्स ने लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए Voice Cloning Scam का नया तरीका ढूंढा है, जिसके जरिए लोगों से पैसे लूट रहे है। पिछले कुछ महीनों में Voice Cloning Scam के जरिए होने वाले फ्रॉड के कई मामले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि ये Scam क्या है, कैसे लोग इसके जाल में फंस रहे है और आप खुद को कैसे इससे बचा सकते है। आइए आर्टिकल के जरिए के जरिए जानते है पूरी डिटेल..

जानें क्या है वॉइस क्लोनिंग स्कैम

टेक्नोलॉजी के हर एक क्षेत्र में इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। डहां एक ओर AI की मदद से कई सारे कठिन काम बेहद आसान हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर इसने कई तरह के खतरे भी जन्म लेने लगे हैं। Voice Cloning Scam भी ऐसा ही एक खतरा है। इसमें स्कैमर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की हेल्प से पहले किसी की आवाज को कॉपी करते हैं और फिर वॉइस का क्लोन जनरेट करके लोगों को डराते धमकाते हैं।

अगर आपके पास कोई कॉल आए और उसमें आपका बेटा या फिर बेटी रोते हुए खुद को बचाने की रिक्वेस्ट करने लगे तो आपको कैसा लगेगा। बच्चे के रोने के बाद आपको कोई पैसे ट्रांसफर करने को कहेगा तो आप बिना सोचे समझे बच्चे को बचाने के लिए स्कैमर्स को रुपये ट्रांसफर कर देंगे। वाइस क्लोनिंग से साइबर क्रिमिनल्स कुछ इसी तरह स्कैम को अंजाम दे रहे हैं।

ऐसे करते हैं वाइस क्लोंनिग

वाराणसी के साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आईआईटियन मृत्युंजय सिंह ने बताया कि साइबर फ्राड करने वाले रोजाना नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी में से एक है AI-सपोर्ट। साइबर ठग हमारे सोशल मीडिया पर पड़े वीडियो या काल करके हमारी वाइस की कॉपी कर लेते हैं। जो AI से बिलकुल मिलती-जुलती बना ली जाती है। अचानक कोई उसे पहचान नहीं सकता है। इस तरह से साइबर ठग आप के किसी परिचित या करीबी की आवाज में आप को फोन कर आप से पैसे मंगवा ले रहे हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि AI साइबर ठगी का बड़ा हथियार बनता जा रहा है।

वॉइस क्लोनिंग स्कैम को इस तरह पहचानें

अगर आपके पास किसी अननोन नंबर से कॉल आती है तो सबसे पहले उस नंबर की पहचान कर लें। अगर कॉल पर आपको किसी अपने रिलेटिव या फिर अपने किसी घर के मेंबर के रोने या मुसीबत में फंसे होने को लेकर पैसे की मदद मांगी जाती है तो आपको सतर्क रहना है और साथ ही तुरंत पैसे ट्रांसफर करने से बचना है। पैसे ट्रांसफर करने पहले उसके व्यक्ति के घर में अच्छे से जानकारी कर लें जिसने मदद की मांग की है।

जानें कैसे करें बचाव

मृत्युंजय सिंह ने बताया कि ऐसी साइबर ठगी से हमें बस जागरूकता ही बचा सकती है। अगर किसी की भी कॉल आती है कि आपका बेटा रेप केस में या किसी गंभीर मामले में फंस गया है, तो उसे बिना घबराए अपने बेटे को फोन करना चाहिए क्योंकि जो भी कॉल आती है वह दूसरे नंबर से आती है।

यदि बेटा इस बात को कंफर्म करता है तो ठीक है, वरना यह पूरी तरह से फ्रॉड है और इससे डरने की जरूरत नहीं है। बेटे से मोबाइल से बात जरुर करें। मोबाइल स्विच ऑफ हो तो दोस्तों से लोकेशन लेकर कंफर्म करें। किसी भी कॉल से घबराने की जररुरत नहीं है।

इसके साथ ही फोन कॉल पर आने वाली आवाज को ध्यान से सुने। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एआई कितना भी डेवलप हो जाए लेकिन वह हू बहू इंसानों की तरह आवाज नहीं निकाल सकता। अगर आप ध्यान से सुनेंगे तो नकली आवाज को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं।

कभी भी ऑडियो क्लिक को ऑनलाइन अपलोड न करे

कई बार लोग अपनी आडियो क्लिप को कई सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और दूसरे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड करते हैं जहां से स्कैमर्स वाइस को कॉपी कर लेते हैं। इसलिए आपको किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में अपनी आवाज अपलोड करने से बचना चाहिए।

वॉइस क्लोनिंग के लिए स्कैमर्स अपनाते हैं ये तरीका

वाइस क्लोनिंग के लिए स्कैमर्स सबसे पहले अननोन नंबर से कॉल करते हैं।
कॉल करने के बाद स्कैमर्स आपकी वाइस को रिकॉर्ड करते हैं।
करीब 5 सेकंड तक वाइस रिकॉर्ड होने के बाद फोन कॉल कट कर दी जाती है।
5 सेकंड की आवाज के जरिए वाइस क्लोनिंग की जाती है।
बाद में इसी वाइस क्लोनिंग से आपके रिलेटिव्स को फोन करके धमकाते हैं।

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