युद्ध मोटापे के विरुद्ध: विशेषज्ञों ने कहा मधुमेह और हृदय रोगों का मुख्य कारण मोटापा, निकाली गई जागरुकता रैली




1. कार्डियबकान सोसायटी प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को भेजेगी सेमिनार की रिपोर्ट
2. अगले वर्ष से सोसायटी आईटी और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों का लेगी सहयोग
3. सोसायटी अगले सेमिनार से करेगी प्रदर्शनी का आयोजन
वाराणसी,भदैनी मिरर। कार्डियबकान सोसायटी की ओर से चल रहे 'कार्डिएबकान-2025' का समापन रविवार को हो गया. तीन दिनों ने विशषज्ञों ने शूगर, किडनी और हृदय रोगों पर मंथन किया. चिकित्सा में तकनीक के इस्तेमाल पर भी चर्चा हुई. देश-विदेश से आये चिकित्सकों ने अपने-अपने शोध और नूतन चिकित्सा पद्धति पर चर्चा की. कार्डियबकान सोसायटी के सचिव और पैनेसिया अस्पताल के निदेशक डॉक्टर आशुतोष मिश्रा ने कहा कि कई बड़े चिकित्सकों के विचार आये है. यह आगामी दिनों में मरीजों के इलाज में मददगार होंगे. यह तीन दिवसीय सम्मेलन काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के स्वतंत्रता भवन में आयोजित था.
डॉक्टर आशुतोष मिश्रा ने बताया कि सम्मेलन के तीसरे और आखिरी दिन स्वतंत्रता भवन से बीएचयू परिसर स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक एक युद्ध मोटापे के विरुद्ध थीम पर जन जागरूकता रैली निकाली गई. इस दौरान लोगों को बताया गया कि मोटापा डायबिटीज व हृदय रोग का एक बड़ा कारण है यदि मोटापा का नियम को नियंत्रित करें तो मधुमेह हृदय रोग पर विजय प्राप्त किया जा सकता है. जन जागरूकता रैली के पश्चात स्वतंत्रता भवन के सारंगधर हाल में चार सत्रों की विचार गोष्ठी आयोजित की गई. जिसमें हृदय किडनी व मधुमेह रोग के आधुनिक उपचार व उसके नियंत्रण पर देश के कोने-कोने से आए विशेषज्ञों ने अपना विचार व्यक्त किया.

सेमिनार के समापन पर कार्डियबकान सोसायटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ पल्लवी मिश्रा ने कहा कि पिछले तीन दिनों के चिंतन व मंथन से जो विचार हृदय, किडनी व मधुमेह रोग के उपचार को लेकर के आए हैं, उनके रिपोर्ट तैयार कर कार्डियबकान सोसायटी प्रधानमंत्री व भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को प्रेषित करेगी तथा भविष्य में कॉन्फ्रेंस के दायरा को और बढ़ाते हुए एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा. जिसमें आईटी और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों का सहयोग लिया जाएगा. अंत में उन्होंने देश के लोगों से हेल्थ बिहेवियर ठीक रखने का आग्रह करते हुए स्वस्थ भारत व समृद्ध भारत का संदेश दिया तथा देश को चिरंजीवी व आयुष्मान होने की कामना की.

सेमिनार की कोऑर्डिनेटर डॉ नूपुर ओझा ने इस अवसर पर कहा कि तीन दिवसीय सेमिनार काफी सफल रहा और हृदय,किडनी व मधुमेह रोग के उपचार को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों से आए विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए है,जो चिकित्सकीय सेवा में कारगर सिद्ध हो सकते है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कार्डिएबकान सोसायटी देश के विभिन्न हिस्सों में इसी तरह के सेमिनार को आयोजित करेगा।

अंत में सेमिनार में आए अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए आयोजन समिति के वरिष्ठ सदस्य व दिव्यांग सशक्तिकरण राज्य सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉक्टर उत्तम ओझा ने कहा कि स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर सकता है जब स्वस्थ राष्ट्र होगा तो देश खुद-ब-खुद विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो जाएगा. अतः देश को विश्व गुरु बनाने में देश के नागरिकों को भी खुद को स्वस्थ रखते हुए अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए. इस तीन दिवसीय सेमिनार का संचालन सारण्या ओझा ने किया.

