
Varanasi: 17 वर्षीय किशोरी ने स्टेज-3 सर्वाइकल कैंसर को दी मात, बनी सबसे युवा योद्धा
झारखंड की नाबालिग किशोरी ने इलाज के साथ बचाई प्रजनन क्षमता, एपेक्स हॉस्पिटल वाराणसी की कैंसर टीम ने रचा नया इतिहास




वाराणसी, हेल्थ डेस्क। एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर संस्थान, वाराणसी ने चिकित्सा जगत में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। झारखंड की एक 17 वर्षीय किशोरी, जिसे स्टेज-3 सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर) था, उसका न सिर्फ सफल इलाज किया गया बल्कि उसकी प्रजनन क्षमता को भी सुरक्षित रखा गया।


यह किशोरी दुनिया की उन दुर्लभ मामलों में शामिल हो गई है जो इतनी कम उम्र में इस जटिल कैंसर को हराने में सफल रही। डॉ अंकिता पटेल के नेतृत्व में, रेडिएशन ऑनकोलॉजी टीम और सर्जिकल विशेषज्ञों ने मिलकर इलाज की पूरी रणनीति तैयार की। सबसे पहले ओवेरियन ट्रांसपोजिशन सर्जरी की गई जिससे प्रजनन क्षमता सुरक्षित रहे। इसके बाद कीमोरेडिएशन और ब्रैकीथेरेपी से कैंसर का इलाज किया गया।


इलाज के बाद की MRI रिपोर्ट्स सामान्य आईं, जो दर्शाता है कि मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है। विशेषज्ञों की टीम में डॉ अंकिता पटेल (डायरेक्टर, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी), रेडिएशन टीम से डॉ गौरव गोस्वामी, डॉ नेहा गुप्ता, डॉ सुबूही जाफ़र, डॉ नयना गुप्ता, डॉ दीपक सिंह (सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट), एनेस्थीसिया से डॉ एसपी सिंह और डॉ अभिषेक सिंह टीम के हिस्सा रहे।

एपेक्स ग्रुप के चेयरमैन प्रो. डॉ एसके सिंह ने कहा, “झारखंड की इस नन्ही योद्धा ने पूरी दुनिया के लिए उम्मीद और साहस की नई मिसाल कायम की है। हमारी टीम की प्रतिबद्धता, करुणा और विशेषज्ञता ने इसे संभव बनाया है।”

