BHU अस्पताल के CTVS विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर IMS-BHU के डायरेक्टर का छात्रों ने किया घेराव
डॉ. सिद्धार्थ लखोटिया को विभागाध्यक्ष पद से हटाने की मांग




ओटी चार्ट का पालन न करने का आरोप
विभागाध्यक्ष द्वारा स्वयं के लाभ के लिए ओटी के बंदरबांट का आरोप
वाराणसी, भदैनी मिरर। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल में भ्रष्टाचार की शिकायतें समय-समय पर वहां के प्रोफेसर और छात्र करते रहे है. बुधवार को कार्डियोथोरेसिक विभाग (CTVS) के विभागाध्यक्ष डॉ सिद्धार्थ लखोटिया के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया. छात्र नेता आशुतोष सिंह यीशु के नेतृत्व में छात्रों ने आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एस. एन शंखवार का घेराव कर दिया.

व्यक्तिगत लाभ के लिए ओटी का बंदरबांट
आशुतोष सिंह ने आरोप लगाया कि कार्डियोथोरेसिक विभाग में दलाली और कमीशनखोरी चरम पर है. वहां गरीब और असहाय मरीजों की चिंता नहीं बल्कि व्यक्तिगत लाभ देखा जा रहा है. मरीजों के ऑपरेशन के लिए डेट पर डेट दिया जा रहा है, जबकि विभागाध्यक्ष अपने स्वार्थ के लिए अपनों का ऑपरेशन कर रहे है. विभाग के सभी चिकित्सक और प्रोफेसर को नियमानुसार ओपी भी नहीं दी जा रही है. CTVS ऑपरेशन थियेटर का संपूर्ण नियंत्रण विभाग के प्रमुख डॉ. सिद्धार्थ लखोटिया के हाथ में है.

20 मार्च को ओटी में की थी तालाबंदी
आशुतोष सिंह ने आईएमएस निदेशक को दिए पत्र में बताया कि विभाग में चल रहे अनियमितता और को लेकर विभाग के कुछ चिकित्सकों ने ओटी में ताला भी बंद किया था. आरोप लगाया कि कार्डियोथोरेसिक विभाग में ऑपरेशन केवल समृद्ध व्यक्तियों के अवैध आर्थिक लेन-देन के आधार पर हो रहे है. इस विभाग में "अंधेर नगरी, चौपट राजा" की कहावत पूरी तरह से सत्य प्रतीत होती है.

ओटी चार्ट का नहीं हो रहा पालन
आशुतोष सिंह यीशु ने बताया कि डॉ. लखोटिया के सहयोग के बिना, अन्य डॉक्टरों द्वारा दी गई ओटी संख्या लखोटिया के दल द्वारा दी गई संख्या की तुलना में कहीं कम है. किसी भी ऑपरेशन को वह स्वयं ना करके अपने सहयोगियों के द्वारा करवाते है. इतना ही नहीं आईएमएस द्वारा बनाये गए ओटी चार्ट का पालन ना करना इस समय विभाग के समस्या का मुख्य कारण बना हुआ है. प्रतिभाशाली और ईमानदार डॉक्टरों को उनके ओटी सहायक सहयोग से वंचित किया जा रहा है, और इसके परिणामस्वरूप निर्बल, निर्धन और असहाय मरीज बेवजह अपनी जान गंवा रहे हैं.
आरोप लगाया कि डॉ. लखोटिया का विभाग के अन्य डॉक्टर जो उनकी चाटुकारिता नहीं करता उनको परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. इसी संदर्भ में, प्रतिभाशाली डॉक्टर स्वाति पाठक ने फरवरी 2025 में अपना इस्तीफा विभाग को सौंप दिया.
आरोप लगाया कि षड्यंत्र के तहत CTVS विभाग में 3 ओटी होने के बावजूद सिर्फ 1 ओटी चलती है और वो भी सिर्फ हफ्ते में 5 दिन ही. इसका भी डॉ लखोटिया बंदरबांट करते हैं.
डॉ लखोटिया को विभागाध्यक्ष पद से हटाए
आशुतोष सिंह यीशु ने मांग किया है कि भ्रष्टाचारियो के खिलाफ उचित कार्रवाई करते हुए सीटीवीएस विभाग में अनुशासनात्मक व्यवस्था को कायम किया जाए और पात्र मरीजों को उचित इलाज से लाभान्वित किया जाए. डॉक्टर सिद्धार्थ लखोटिया को विभागाध्यक्ष के पद से बर्खास्त किया जाए, जो विधिक अपात्र हैं उन्हें भी तत्काल पद बर्खास्त किया जाए. सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉक्टर सिद्धार्थ लखोटिया के द्वारा क्रियान्वित तमाम क्रियाकलापो की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए. समस्त अव्यवस्थाओं को तत्काल प्रभाव से विधि अनुशासित किया जाए तथा बंद पड़े तीनो ओटी को चालू करवाया जाये ताकि गरीब मरीजों का ऑपरेशन समय पर हो पाए.
छात्र नेता आशुतोष सिंह यीशु के नेतृत्व मे आईएमएस के डायरेक्टर एस एन शंखवार का घेराव करने में शिवांश, कृतिका यादव ,सत्यम, हिमांशु, रजत, हर्ष, अजीत, विनय, सुनील,आर्यन आदि छात्र उपस्थित रहें.

