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Varanasi : समय पर मिला इलाज, चौकाघाट स्वास्थ्य केंद्र की तत्परता से बुजुर्ग महिला की बची जान

68 वर्षीय विन्ध्याचली देवी की हालत हुई स्थिर, डॉक्टरों की फुर्ती से बची जान — डॉ. फाल्गुनी गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने किया सफल उपचार

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वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के चौकाघाट स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (UCHC) के डॉक्टरों और स्टाफ की तत्परता से ढेलवरिया निवासी 68 वर्षीय विन्ध्याचली देवी की जान बच गई। गंभीर हालत में समय पर इलाज मिलने से महिला की स्थिति स्थिर हो सकी। बाद में बेहतर देखभाल के लिए उन्हें मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा रेफर किया गया।

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डॉ. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि मरीज को अचानक सांस फूलने, हाई ब्लड प्रेशर और कमजोरी की शिकायत हुई थी। शाम करीब चार बजे परिजन जब उन्हें यूसीएचसी लेकर पहुंचे, उस वक्त उनका ब्लड प्रेशर 210/110 मिमी एचजी, पल्स रेट 120 प्रति मिनट, और ऑक्सीजन स्तर मात्र 54 प्रतिशत था।

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ईसीजी जांच में लेफ्ट वेंट्रिकुलर हायपरट्रॉफी (LVH) और राइट बंडल ब्रांच ब्लॉक (RBBB) की स्थिति सामने आई। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज पहले से हाइपरटेंशन और डायबिटीज से ग्रसित थीं, लेकिन नियमित रूप से दवा नहीं ले रही थीं।

स्थिति को गंभीर देखते हुए डॉ. फाल्गुनी गुप्ता और डॉ. अंजना शर्मा की देखरेख में टीम ने तत्काल इमरजेंसी उपचार शुरू किया। मरीज को लासिक्स, लेबेटालोल, ऑक्सीजन सपोर्ट और कैथेटराइजेशन दिया गया। करीब 45 मिनट के अंदर ब्लड प्रेशर घटकर 102/74 मिमी एचजी, पल्स रेट 90 प्रति मिनट और ऑक्सीजन स्तर 96 प्रतिशत तक पहुंच गया।

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डॉ. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि “समय पर इलाज और टीमवर्क की वजह से मरीज की जान बचाना संभव हुआ।”

इस सफल उपचार में डॉ. अंजना शर्मा, स्टाफ नर्स प्रियांका व राखी, फार्मासिस्ट अर्चना, और वार्ड ब्वॉय शिव प्रकाश का भी विशेष योगदान रहा। अस्पताल प्रशासन ने टीम की सराहना की और इसे चौकाघाट यूसीएचसी की कार्यकुशलता का उदाहरण बताया।

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