
Male Birth Control Pill : पुरुषों के लिए आ रही है गर्भनिरोधक गोली, स्पर्म बनाने की प्रकिया पर लगाएगी रोक
पहले ट्रायल में नहीं दिखा कोई साइड इफेक्ट




Male Birth Control Pill : अब तक बर्थ कंट्रोल की जब भी बात होती थी, तो महिलाओं के पास कई विकल्प होते थे, जबकि पुरुषों के पास सिर्फ कंडोम या नसबंदी जैसे सीमित उपाय ही उपलब्ध थे। लेकिन अब यह स्थिति बदलने वाली है। वैज्ञानिक पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोली विकसित कर रहे हैं और अच्छी खबर यह है कि इसका शुरुआती परीक्षण सफल रहा है।


शुरुआती ट्रायल में 16 पुरुषों पर की गई जांच
इस नई गोली का नाम YCT-529 है, जो पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के उत्पादन की प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक देती है। हाल ही में इसका एक छोटा परीक्षण किया गया जिसमें 16 पुरुषों को शामिल किया गया। इस परीक्षण में देखा गया कि दवा शरीर में सही मात्रा में पहुंच रही है या नहीं और इसका कोई गंभीर दुष्प्रभाव तो नहीं है।


परिणाम सकारात्मक रहे, ना तो किसी को कोई बड़ा साइड इफेक्ट हुआ और ना ही दवा से कोई हार्मोनल बदलाव देखने को मिला। अब यह गोली बड़े स्तर के क्लिनिकल ट्रायल की ओर बढ़ रही है, जिसमें इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा दोनों की विस्तार से जांच की जाएगी।
पुरुषों के लिए एक नया विकल्प
अब तक पुरुषों को गर्भनिरोधन के लिए दो ही रास्तों में से एक चुनना पड़ता था- कंडोम, जो हर बार उपयोग करना होता है, या नसबंदी, जो स्थायी उपाय है और जिसे वापस कर पाना मुश्किल होता है। लेकिन YCT-529 गोली एक आसान और अस्थायी विकल्प साबित हो सकती है।

खास बात यह है कि गोली बंद करने के 4 से 6 हफ्तों के भीतर पुरुषों की प्रजनन क्षमता सामान्य हो जाती है, यानी इसका असर स्थायी नहीं होता।
कैसे काम करती है YCT-529?
हमारे शरीर में एक प्रोटीन होता है जिसे रेटिनॉइक एसिड रिसेप्टर अल्फा कहा जाता है। यह प्रोटीन शुक्राणु बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। YCT-529 इसी प्रक्रिया को रोक देती है।
यह दवा उस “चाबी और ताले” की प्रक्रिया को रोकती है, जिसमें रेटिनॉइक एसिड (चाबी) इस रिसेप्टर (ताला) से जुड़कर शुक्राणु निर्माण शुरू करता है। जब यह चाबी ताले में नहीं लगती, तो शुक्राणु नहीं बनते।
महत्वपूर्ण बात यह भी है कि यह गोली हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित नहीं करती, जिससे पुरुषों को मूड स्विंग्स, कामेच्छा में कमी या वजन बढ़ने जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।

