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सावधान! अगर पुरुषों के प्राइवेट पार्ट से आता है खून, तो न करें नजरअंदाज, हो सकता है गंभीर बीमारी का संकेत

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पुरुषों के प्राइवेट अंग से खून आना एक बेहद संवेदनशील और चिंता का विषय हो सकता है। यह सिर्फ डराने वाला नहीं, बल्कि गंभीर बीमारियों का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है। अक्सर पुरुष इस तरह की परेशानी को शर्म की वजह से छुपा लेते हैं, जो आगे चलकर स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

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अगर पेशाब के साथ या बिना किसी स्पष्ट कारण के खून निकलता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं इसके संभावित कारण और कब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है।

क्या है यह समस्या?

जब किसी पुरुष के यूरिन या जननांग से खून आने लगे, तो मेडिकल भाषा में इसे हेमाट्यूरिया (Hematuria) कहा जाता है। यह किसी आम चोट या जलन से ज्यादा, किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर सकता है।

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पुरुषों के प्राइवेट पार्ट से खून आने के मुख्य कारण

1. मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI)

पेशाब की नली यानी यूरेथ्रा में संक्रमण होने पर वहां सूजन और जलन होती है, जिससे खून निकल सकता है। पेशाब करते समय जलन और दर्द इसके आम लक्षण हैं।

2. यौन संक्रामक रोग (STD)

गोनोरिया या क्लेमाइडिया जैसे यौन रोगों की वजह से भी पेशाब के रास्ते खून आ सकता है। साथ में खुजली, जलन और असामान्य डिस्चार्ज हो सकता है।

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3. पथरी की समस्या

किडनी या मूत्राशय में पथरी होने से वह पेशाब की नली को खरोंच देती है, जिससे खून निकल सकता है। इसका समय रहते इलाज जरूरी है, वरना दर्द और जटिलता बढ़ सकती है।

4. प्रोस्टेट से जुड़ी परेशानियां

प्रोस्टेट ग्लैंड का आकार बढ़ने या कैंसर की स्थिति में मूत्र मार्ग पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लीडिंग हो सकती है। यह समस्या विशेषकर 50 साल से ऊपर के पुरुषों में अधिक देखी जाती है।

5. ब्लैडर या किडनी का कैंसर

अगर पेशाब में लगातार खून आ रहा हो, तो यह मूत्राशय या किडनी कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। इसकी जांच और इलाज में देरी न करें।

इन लक्षणों पर हो जाएं सतर्क

  • बार-बार पेशाब लगना
  • पेशाब करते समय जलन या दर्द
  • यूरिन में खून की बूंदें या लाल रंग दिखना
  • लगातार कमजोरी या हल्का बुखार रहना

कैसे करें इलाज?

  • डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें:
  • Urologist से मिलकर पूरी जांच करवाना बेहद जरूरी है।

जांच प्रक्रिया:

यूरिन टेस्ट, अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन से समस्या की जड़ तक पहुंचा जा सकता है।

उपचार:

संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं।

पथरी या ट्यूमर की स्थिति में सर्जरी या लेजर थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है।

नोट: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। यदि आप इस तरह की किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज से बड़ी बीमारी को रोका जा सकता है।

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