
आयुष्मान योजना बनी बुजुर्गों के इलाज का सहारा, CMO ने खुद जांच कर ओपीडी में किया भर्ती




वाराणसी: बुजुर्गों के बेहतर स्वास्थ्य और इलाज की दिशा में आयुष्मान भारत योजना एक मजबूत कड़ी बनकर उभरी है। वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने इस योजना के प्रभाव को धरातल पर उतारते हुए शुक्रवार को एक सराहनीय पहल की। उन्होंने चौकाघाट सीएचसी की ओपीडी में विभिन्न गंभीर बीमारियों से पीड़ित पाँच आयुष्मान कार्ड धारक बुजुर्गों की जांच कर उन्हें तत्काल भर्ती कराया, जिससे उन्हें समय पर इलाज मिल सके।

डॉ. चौधरी ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों को न्यूरो, डायबिटीज, आर्थराइटिस, अस्थमा, और मानसिक समस्याओं जैसी कई बीमारियाँ घेर लेती हैं। आयुष्मान भारत योजना इनका मुफ़्त इलाज करवा रही है और यह बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
चिकित्सा जांच के दौरान नाटी इमली निवासी 86 वर्षीय शिवनाथ सिंह को स्पॉन्डिलाइटिस विथ न्यूरोपैथी, रमाकांत नगर निवासी 76 वर्षीय बसंत गोपाल को पार्किंसन विथ न्यूरो मस्कुलर डिसऑर्डर, और लल्लापुरा निवासी 70 वर्षीय कुसुमलता को डायबिटीज और बुखार से पीड़ित पाया गया। अन्य दो मरीजों को भी इसी तरह की समस्याएं थीं, जिन्हें भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है।


सीएचसी चौकाघाट की अधीक्षिका डॉ. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि सभी मरीजों का इलाज पूरी संवेदनशीलता और तत्परता से किया जा रहा है। चिकित्सालय में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती की गई है। भर्ती बुजुर्गों ने भी सुविधा और व्यवहार को लेकर संतोष जाहिर किया और बताया कि यहां इलाज के लिए न तो लंबी कतारों में लगना पड़ा और न ही किसी प्रकार की परेशानी हुई।


