वाराणसी में एपेक्स हॉस्पिटल ने नवीनतम फेको तकनीक से 49 बुजुर्गों का निःशुल्क मोतियाबिन्द ऑपरेशन किया
आयुष्मान भारत के लाभार्थी भी उठा सकेंगे लाभ; एआई-बेस्ड फेको तकनीक से सुरक्षित, सटीक और शीघ्र दृष्टि सुधार
वाराणसी। एपेक्स हॉस्पिटल वाराणसी के नेत्र रोग विभाग में नवीनतम एल्कोन फेको सिस्टम की स्थापना की गई। इस आधुनिक तकनीक के माध्यम से वरिष्ठ नेत्र सर्जन प्रो. डॉ. श्रीकांत और डॉ. सनी गुप्ता ने एक ही दिन में 49 बुजुर्गों का निःशुल्क मोतियाबिन्द ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया।



फेको तकनीक के प्रमुख फीचर्स:
- एआई-बेस्ड उन्नत ग्रैविटी-बेस्ड फ्लूडिक्स मेनेजमेंट
- ऑप्टिकल सेंसर और साइड-टू-साइड कटिंग मोशन
- 60% कम तापमान और कम फ्लूड उपयोग
- बेहतर कॉर्नियल स्वास्थ्य
- सुरक्षित और सटीक ऑपरेशन
- पोस्ट-ऑपरेटिव शीघ्र दृष्टि सुधार
यह तकनीक सुरक्षित, सटीक और तेज़ दृष्टि सुधार सुनिश्चित करती है, जिससे बुजुर्ग मरीजों की जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है।
एपेक्स ट्रस्ट की पहल और लक्ष्य
एपेक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन प्रो. डॉ. एसके सिंह ने बताया कि एपेक्स ट्रस्ट पिछले वर्षों में 15 हजार मुफ्त मोतियाबिन्द ऑपरेशन कर चुका है। इस वर्ष शीतकालीन सत्र के दौरान 5 हजार सर्जरी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि आयुष्मान भारत के लाभार्थी भी इस नवीनतम फेको तकनीक का लाभ उठा सकेंगे, जिससे गरीब और वरिष्ठ नागरिक सुरक्षित और आधुनिक उपचार सुविधाओं से लाभान्वित हो सकेंगे।
एपेक्स हॉस्पिटल की यह पहल वाराणसी में नेत्र स्वास्थ्य सेवा को नई दिशा दे रही है और बुजुर्गों के जीवन में रोशनी लौटाने का महत्वपूर्ण कदम है।

