
CHC चौकाघाट में दूरबीन विधि से शुरू हुई सर्जरी, 65 वर्षीय महिला के गाल ब्लैडर का हुआ सफल ऑपरेशन




वाराणसी: जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकीय सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चौकाघाट में अब दूरबीन विधि (लेप्रोस्कोपिक तकनीक) से सर्जरी की शुरुआत कर दी गई है। यहां 65 वर्षीय एक महिला के पित्ताशय में पथरी का सफल ऑपरेशन कर उनकी जान बचाई गई। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी।

कम खर्च में बड़ी राहत
सीएमओ ने बताया कि दूरबीन विधि से सर्जरी के चलते मरीज को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ही उपचार मिल सका और उन्हें महंगे अस्पतालों में खर्च करने से भी राहत मिली। लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी प्रक्रिया के तहत मरीज के पेट पर केवल आधे से एक सेंटीमीटर के छोटे चीरे लगाए जाते हैं। इस न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी से घाव जल्दी भरते हैं, रक्तस्राव कम होता है और दर्द भी सामान्य ऑपरेशन की तुलना में काफी कम होता है। मरीज को सिर्फ एक से दो दिन अस्पताल में रहना पड़ता है।


घनी आबादी को मिलेगा लाभ
डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी शहर के मध्य स्थित है, जहां से घनी आबादी के लोग सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। यहां सामान्य ऑपरेशन (जनरल सर्जरी) के साथ-साथ सीजेरियन प्रसव की सेवाएं भी नियमित रूप से दी जा रही हैं।
सर्जरी टीम का उल्लेखनीय योगदान

सीएचसी चौकाघाट के अधीक्षक डॉ फाल्गुनी गुप्ता ने जानकारी दी कि गाल ब्लैडर स्टोन का सफल और नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया है। सर्जरी टीम में लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ राजीव रंजन, निश्चेतक डॉ डॉली रानी, डॉ दीपेश, स्टाफ नर्स लीलावती और चंदा शामिल रहीं। उन्होंने कहा कि भविष्य में अस्पताल में और भी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी ताकि मरीजों को और बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा सके।

