Malayalam Actor-Director Sreenivasan Death: मलयालम फिल्मों के दिग्गज अभिनेता श्रीनिवासन का 69 वर्ष में निधन, सिनेमा जगत में शोक की लहर
225 से अधिक फिल्मों में किया अभिनय, निर्देशन और लेखन में भी था बेहतरीन योगदान
लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे श्रीनिवासन, 2022 में हुई थी हार्ट सर्जरी
राष्ट्रीय पुरस्कार और 6 केरल राज्य फिल्म पुरस्कार से सम्मानित, फैंस में सदमा
‘वडक्कुनोक्कियंथ्रम’ और ‘चिंताविष्टय्या श्यामला’ ने दिलाए निर्देशन में पहचान
भदैनी मिरर डेस्क। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। मशहूर अभिनेता, निर्देशक और लेखक श्रीनिवासन का शनिवार सुबह 69 वर्ष की उम्र में कोच्चि स्थित एक सरकारी अस्पताल में निधन हो गया। फिल्म जगत के सूत्रों के अनुसार, वे लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। वर्ष 2022 में उनके हृदय की सर्जरी भी की गई थी, जिसके बाद से उनकी तबीयत लगातार कमजोर चल रही थी।



श्रीनिवासन मलयालम सिनेमा के सबसे मजबूत स्तंभों में गिने जाते थे। चार दशक से अधिक के करियर में उन्होंने 225 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया और अपनी बेहतरीन कॉमेडी, दमदार किरदार और संवादों के लिए दर्शकों के दिलों में गहरी जगह बनाई। उनके निधन की खबर से पूरे दक्षिण भारतीय फिल्म जगत में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर प्रशंसक और सेलिब्रिटी लगातार श्रद्धांजलि व्यक्त कर रहे हैं।

एक्टिंग से निर्देशन तक का शानदार सफर
श्रीनिवासन ने अपने शानदार करियर की शुरुआत निर्देशन से की थी। बाद में वे अभिनय की ओर बढ़े और फिर लेखन भी करने लगे। उन्होंने मलयालम सिनेमा को कई ऐसे किरदार दिए जिन्हें सिनेमा जगत कभी नहीं भूल पाएगा। उन्होंने जीवन के छोटे-छोटे पहलुओं को पर्दे पर इतनी सरलता और गहराई से पेश किया कि दर्शक उनसे तुरंत जुड़ जाते थे।

उनकी निर्देशित फिल्मों में ‘वडक्कुनोक्कियंथ्रम’ और ‘चिंताविष्टय्या श्यामला’ शामिल हैं, जिन्हें समीक्षकों और प्रशंसकों ने खूब सराहा। 'वडक्कुनोक्कियंथ्रम' को केरल राज्य का सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार मिला, जबकि ‘चिंताविष्टय्या श्यामला’ को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अवॉर्ड्स और उपलब्धियाँ
अपने करियर में श्रीनिवासन को अनेक बड़े सम्मान मिले —
- 1 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- 2 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स दक्षिण
- 6 केरल राज्य फिल्म पुरस्कार
साथ ही उन्होंने लेखन के क्षेत्र में भी कई यादगार फिल्में दीं, जिनमें शामिल हैं - ‘ओडारुथम्मव आलरियाम’, ‘सनमानसुल्लावरक्कु समाधानम’, ‘पट्टानप्रवेशम’, ‘संदेसम’, ‘नादोदिकट्टू’, ‘गांधीनगर 2 स्ट्रीट’, ‘ओरु मरावथूर कनवु’, ‘उदयानु थारम’ और ‘कथा परायम्पोल’।
इंडस्ट्री में शोक
मलयालम फिल्म उद्योग के लिए यह अपूरणीय क्षति है। उनकी रचनाएँ और किरदार वर्षों तक दर्शकों को प्रेरित करते रहेंगे।
श्रीनिवासन अपने पीछे फिल्मों का एक विशाल खजाना, यादें और अनगिनत प्रशंसकों का प्यार छोड़ गए हैं।
