प्राथमिक विद्यालय में नहीं था पठन-पाठन का वातावरण: BSA ने 6 अध्यापकों को किया निलंबित, दो शिक्षामित्रों की संविदा समाप्त करने के लिए नोटिस जारी

Updated: Apr 9, 2025, 08:28 IST

WhatsApp Group
Join Now


वाराणसी, भदैनी मिरर। शासन के लाख कोशिशों के बाबजूद सरकारी स्कूल के मास्टर साहब लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे है. दो शिकायतों पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर अरविंद पाठक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 अध्यापकों को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही दो शिक्षामित्रों की संविदा समाप्त करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा यह बताया गया कि अध्यापक कभी समय से नहीं आते हैं एवं उनसे गलत चीज सिखाई जाती हैं. इस वायरल वीडियो के साथ एक ग्राम के नागरिक द्वारा मुख्य विकास अधिकारी महोदय को शिकायत की गई. इस शिकायत पर बीएसए ने काशी विद्यापीठ के प्राथमिक विद्यालय बलीपुर में टीम बनाकर के खंड शिक्षा अधिकारी स्कंद गुप्त एवं खंड शिक्षा अधिकारी काशी विद्यापीठ राम पूजन पटेल को 8 अप्रैल को विद्यालय भेजा गया. खंड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान कोई भी अध्यापक विद्यालय पर उपस्थित नहीं मिला.

आराम से आते रहे मास्टर साहब!
बीएसए द्वारा गठित टीम स्कूल पहुंचकर निरीक्षण करती रही और मास्टर साहब लोग आराम से स्कूल पहुंचते रहे. प्रधानाध्यापिका दीपा कुमारी 8:35, सहायक अध्यापिका आरती सिंह 9:20, शिक्षा मित्र कन्हैयालाल 8:55, शिक्षामित्र पूनम राय 9: 05 पर उपस्थित हुई, जबकि सहायक अध्यापिका प्रिया कुमारी सिंह उपस्थित ही नहीं हुई. खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा एमडीएम, दिव्यांग शौचालय, विद्यालय भवन, कक्षा कक्ष एवम् अभिलेख इत्यादि का निरीक्षण किया गया.

यह हुई कार्रवाई
खंड शिक्षा अधिकारी की समिति द्वारा विद्यालय में केवल 9 बच्चे उपस्थित थे. उनसे उनसे पठन-पाठन के विषय में विस्तृत जानकारी ली गई जिससे स्पष्ट हुआ कि विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता अत्यंत खराब है, जिसके कारण विद्यालय पर व्यापक कार्यवाही करते हुए प्रधानाध्यापिका दीपा कुमारी, सहायक अध्यापिका आरती सिंह और प्रिया कुमारी सिंह को निलंबित कर दिया गया, शिक्षामित्र कन्हैयालाल और पूनम राय की संविदा समाप्त करने के लिए नोटिस निर्गत किया गया है.

बता दें, 7 मार्च को ही अध्यापकों की लापरवाही की शिकायत के बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय का निरीक्षण किया था. उस समय भी कोई भी अध्यापक समय से उपस्थित नहीं हुआ था. कार्यवाही करते हुए उनका वेतन रोकते हुए सभी को चेतावनी दी गई थी. किंतु इसके पश्चात भी अध्यापक-अध्यापिकाओं में कोई सुधार नहीं हुआ और और लगातार अध्यापकों की लापरवाही बनी रही.
अध्यापकों के बीच गाली-गलौज का मामला
एक अन्य प्रकरण में प्राथमिक विद्यालय कारवां बड़ागांव के अध्यापकों के बीच गाली गलौज, तू-तू मैं-मैं करते हुए वीडियो वायरल हुआ. जिसकी जानकारी होने पर वहां पर तीन सदस्यीय कमेटी जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी बड़ागांव, खंड शिक्षा अधिकारी पिंडरा एवं खंड शिक्षा अधिकारी चोलापुर की समिति बनाई गई. समिति ने विस्तृत जांच की. जांच में सभी अध्यापकों के बयान लिए गए ग्राम प्रधान के बयान लिए गए सभी छात्र-छात्राओं के बयान लिए गए. जांच में प्राप्त आख्या के आधार पर प्रधानाध्यापक दिनेश यादव, सहायक अध्यापक संजय कुमार एवं सहायक अध्यापक उदय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया.


