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BHU की कार्यकारिणी परिषद में तीन भाजपा नेताओं की नियुक्ति पर बवाल, छिड़ी बहस 

राजनीतिक और शैक्षणिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं,कांग्रेस और पूर्व छात्र संगठनों ने उठाए सवाल

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वाराणसी, भदैनी मिरर डेस्क। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की कार्यकारिणी परिषद (Executive Council) में तीन भाजपा नेताओं की नियुक्ति ने शिक्षा जगत और राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, काशी क्षेत्र भाजपा अध्यक्ष दिलीप पटेल और वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी को परिषद का सदस्य बनाए जाने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत कई पूर्व छात्र और शिक्षाविदों ने तीखी आपत्ति दर्ज की है।
कांग्रेस नेता अजय राय ने इस कदम को विश्वविद्यालय के "आरएसएसीकरण" की संज्ञा देते हुए कहा, “BHU की कार्यकारिणी परिषद में शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और अकादमिक दिग्गजों को होना चाहिए था, लेकिन सरकार ने तीन फुलटाइम राजनेताओं को नियुक्त कर इसे राजनीतिक मंच में तब्दील कर दिया है।”
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अकादमिक जगत में भी नाराजगी
BHU के वरिष्ठ प्रोफेसर और विभागाध्यक्षों ने भी इन मनोनयनों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। IMS-BHU के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. ओम शंकर ने कहा, “विश्वविद्यालय की निर्णय प्रक्रिया में राजनीतिक दखल से शिक्षा और शोध का स्तर प्रभावित होगा। यह महामना मालवीय जी के स्वप्न के विपरीत है।”
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बीएचयू के एक पूर्व अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "पूर्व परिषद में नामांकन का राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ता था, जब आठ में से छह सदस्य बाहरी हुआ करते थे। पूर्व मुख्य न्यायाधीश एचएम बेग, प्रोफ़ेसर जयंत नार्लीकर, प्रोफ़ेसर केके तलवार, प्रोफ़ेसर शिव मंगल सिंह सुमन, प्रोफ़ेसर जोया हसन, प्रोफ़ेसर कपिला वात्स्यायन, प्रोफ़ेसर अमरीक सिंह, प्रोफ़ेसर पी रामा राव, प्रफुल्ल किदवई, प्रोफ़ेसर एमएस वलियाथन और प्रोफ़ेसर वाईएस राजन जैसे जाने-माने लोग और बीएचयू से प्रोफ़ेसर टीआर अनंतरामन, प्रोफ़ेसर एन राजम, प्रोफ़ेसर बीएम शुक्ला और प्रोफ़ेसर आरके मिश्रा पूर्व में कार्यकारी परिषद के सदस्य रह चुके हैं, लेकिन वर्तमान में, आठ में से सात सदस्य स्थानीय हैं। आप समझ सकते हैं कि मैं वास्तव में क्या कहना चाह रहा हूँ," बीएचयू के पूर्व अधिकारी ने आगे कहा।
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छात्र संगठनों की भी नाखुशी
एनएसयूआई, बीएचयू इकाई के अध्यक्ष सुमन आनंद ने कहा, “BHU जैसे संस्थान में राजनेताओं की जगह शिक्षाविद होने चाहिए। दो दिन में हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।”
परिषद के सदस्यों की प्रतिक्रिया 
वहीं, परिषद के नवनियुक्त सदस्य और भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल ने कहा, “हमारा लक्ष्य BHU को शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में अग्रसर करना है।”
महापौर अशोक तिवारी ने कहा, “मैं चौबीसों घंटे विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए उपलब्ध रहूंगा।”
महेंद्र नाथ पांडेय के मीडिया सलाहकार श्रीनिकेतन मिश्रा ने कहा, “डॉ. पांडेय BHU से पीएचडी धारक हैं और मानव संसाधन विकास मंत्री रह चुके हैं। वे विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए कार्य करेंगे।”
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