वाराणसी।जिलाधिकारी एस राजलिंगम की अध्यक्षता में सी एम डैशबोर्ड पर प्रदर्शित योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त संबंधित विभागीय अधिकारी अपने विभाग की निर्धारित योजनाओं में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करें।
योजनाओं के कार्यान्वयन के किसी भी स्तर पर शिथिलता कत्तई न बरती जाए। आगे जिस विभाग की प्रगति खराब पाई जाएगी तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित होगी।
समीक्षा के दौरान डे एनआरएलएम बैंक क्रेडिट लिंकेज, पर्यटन, एम डी एम एवं स्कूलों के विद्यार्थियों की उपस्थिति, नहरों की सिल्ट सफाई, नई सड़कों का निर्माण, सी एम आई एस पोर्टल, फैमिली आई डी बनाने, प्रोजेक्ट अलंकार, कन्या विवाह सहायता, मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना, सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रमों की प्रगति कम पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने गहरा असंतोष जताते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को अपेक्षित प्रगति के कड़े निर्देश दिए।
उन्होंने पर्यटन विभाग के अनारंभ कार्यों को तत्काल शुरू कराए जाने के निर्देश दिये। नहरों की सिल्ट सफाई शीघ्रता से कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया। पर ड्रॉप मोर क्रॉप योजनांतर्गत लंबित समस्त आवेदन पत्रों के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को निर्धारित अवधि तक निर्बाध विद्युत सप्लाई सुनिश्चित रखने के निर्देशके साथ ही समस्त लंबित प्रकरणों को अविलंब निस्तारित कराने के निर्देश दिए।
कृषि विभाग की फॉर्मर आई डी एवं किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का कार्य तेजी से कराने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के समस्त क्लेमों का भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। लक्ष्य के सापेक्ष सड़कों के निर्माण में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने को निर्देशित किया।
मुख्य चिकित्साधिकारी को मोबाइल मेडिकल वैन को रोस्टर बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में चलाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को चिकित्सकीय सुविधा का लाभ मिल सके। जल जीवन मिशन के अंतर्गत लक्ष्य के सापेक्ष अधिक से अधिक घरों को कनेक्शन दिए जाने को निर्देशित किया।
समस्त गौशालाओं का नियमित निरीक्षण कर ठंड से बचाव हेतु पर्याप्त शेड, अलाव आदि व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। बगैर पूर्व सूचना के बैठक के अनुपस्थित रहने पर अधिशाषी अभियंता सिंचाई का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। कार्यों में शिथिलता बरतने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सहायक श्रमायुक्त एवं उद्योग विभाग के अधिकारी का एक दिन का वेतन रोकने के लिए निर्देशित किया।
बैठक के दौरान जल जीवन मिशन, पंचायतराज विभाग, पी डब्ल्यू डी, सेतु निगम, उद्यान,मत्स्य, श्रम विभाग समाज कल्याण, महिला कल्याण, दिव्यांग आदि विभागों के निर्धारित बिंदुओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, पीडी डीआरडीए, डी सी मनरेगा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कार्यदाई संस्थाओं के अभियंता उपस्थित रहे।